देश भर में गत वर्ष आठ नवंबर को केंद्र सरकार द्वारा एक ऐलान किया गया था. इस ऐलान के तहत देश में चलन में रहे 500 और 1000 के नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. जिसके बाद भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल द्वारा संसदीय पैनल के साथ एक बैठक की गयी थी. जिसमे इस कदम से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चाएँ की गयी थी. जिसके बाद अब एक बार फिर गवर्नर आठ जून को बैठक करने जा रहे हैं.
25 मई से 8 जून तक मौद्रिक नीति की जायेगी तैयार :
- भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल एक बार फिर एक संसदीय बैठक करने जा रहे हैं.
- इस बैठक में वे नोटबंदी से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे साथ ही सबका पक्ष सुनेगे.
- इसी बीच आगामी 25 मई से आठ जून के बीच में देश की मौद्रिक निति को भी तैयार किया जाएगा.
- आपको बता दें कि इस मुद्दे पर गत 18 जनवरी को भी संसदीय बैठक की जा चुकी है.
- इस बैठक में वित्त संबंधी स्थायी समिति द्वारा गवर्नर उर्जित पटेल से सवाल किये गए थे.
- परंतु उनके द्वारा जवाब देने में असमर्थता के चलते उन्हें समिति द्वारा समय दिया गया था.
- जिसके बाद अब एक बार फिर इस मामले में बैठक बुलाई गयी है जिसमे इन मुद्दों पर चर्चा की जायेगी.
- आपको बता दें कि उर्जित पटेल को इस बैठक के लिए 25 मई को बुलाया गया था.
- परंतु उर्जित पटेल के द्वारा इस बैठक की तारीख को आगे बढ़ाते हुए आठ जून तय की गयी है.
- बता दें कि आगामी आठ जून को एक बार फिर विमुद्रीकरण के मामले पर चर्चा की जायेगी.
- जिसके तहत अब गवर्नर पटेल को इससे सम्बंधित सभी सवालों के जवाब देने होंगे.
- साथ ही यह भी बताना होगा कि इस तरह से इस कदम को उठाये जाने से जनता को क्या फायदा या क्या नुक्सान हुए हैं.
- यही नहीं सरकार द्वारा इस तरह के कदम लिए जाने पर जनता का क्या नज़रिया रहा है.