आरएसएस ने आज नागपुर में दशहरा के पावन अवसर पर शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया है. विजयादशमी का दिन आरएसएस का स्थापना दिवस भी है. इस अवसर पर आरएसएस चीफ मोहन भागवत  (Mohan Bhagwat) सहित संघ के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. 1925 में विजयदशमी के ही दिन डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने आरएसएस की स्थापना की थी.

स्थापना दिवस के अवसर पर नेताओं का जमावड़ा:

  • नागपुर मुख्यालय में स्थापना दिवस का कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित होता है और शस्त्र पूजन भी किया जाता है.
  • इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि को बुलाने की परंपरा भी रही है.
  • बीजेपी के वरिष्ठ नेतालाल कृष्ण अडवाणी भी इस अवसर पर कार्यक्रम में शामिल हुए.
  • विजयादशमी कार्यक्रम में एल के आडवाणी, नितिन गडकरी, देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद रहे.

गौ रक्षा के नाम पर हिंसा को धर्म से न जोड़ें:

  • गोरक्षा के नाम पर हिंसा नहीं होनी चाहिए. गोरक्षा के नाम पर कानून तोड़ना ठीक नहीं.
  • उन्होंने कहा कि गाय के नाम पर हिंसा को धर्म से ना जोड़ें.
  • आतंकियों से सख्ती से निपटने को लेकर भी मोहन भागवन ने सरकार की तारीफ की.
  • 70 साल में पहली बार दुनिया का ध्यान भारत पर गया.
  • गुलामी में रहने के कारण हम अपना महत्व भूल गए.
  • गुलामी में रहने के कारण हम अपना महत्व भूल गए.
  • संकटों से आगे बढ़कर चलना ही जिंदगी है.

कश्मीर नीति में सेना का अहम योगदान

  • एक ही मॉडल हर जगह नही चलता, हर देश का अपना अलग अलग मॉडल होता है.
  • आरएसएस प्रमुख ने कहा कि लघु उद्योग पर ध्यान दें सरकार.
  • उन्होंने कहा कि केरल, बंगाल में हिंसा के पीछे देश विरोधी ताकतों का हाथ हैं.
  • अमीर का और अमीर होना विकास की पहचान नही है.
  • जो हिन्दू पाकिस्तान से आये हैं उनकी सुध ली जाये.
  • आरएसएस प्रमुख ने कहा कि सेना की सुविधाओं पर ध्यान देना होगा.
  • सेना के परिवार का ध्यान रखना होगा.
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