तमिलनाडु में सत्ताधारी पार्टी AIADMK की प्रमुख बनी शाशिकला नटराजन पर चल रहे आय से अधिक मामले में आज सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। जिसके तहत अब शशिकला को 4 साल की सजा सुनाई गयी है। परंतु वे पहले 6 महीने जेल में काट चुकी है तो उनकी सज़ा 3 साल 6 महीने की है। परंतु अब वे 6 साल तक तमिलनाडु में किसी तरह का कोई चुनाव लड़ने के लिए सक्षम नहीं होंगी। परंतु क्या आपको पता है कि इस मामले को असल में उठाने उठाने वाले कोई और नहीं बीजेपी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी हैं, जो उस समय जनता पार्टी के प्रमुख थे।

स्वामी शशिकला को सीएम बनाने की कर रहे थे मांग :

  • तमिलनाडु में बीते कुछ समय से सीएम पद को लेकर विवाद चल रहा था, जो अब थमता नज़र आ रहा है।
  • बता दें कि शशिकला पर चल रहे आय से अधिक मामले में आज कोर्ट द्वारा सुनवाई कर सज़ा सुना दी गयी है।
  • परंतु यह मामला शुरू करवाने वाले कोई और नहीं बल्कि खुद सुब्रमण्यम स्वामी हैं,
  • जो बीते कुछ दिनों से शशिकला की सीएम पद पर नियुक्ति की पैरवी कर रहे हैं।
  • वर्ष 1996 की 14 जून को स्वामी ने चेन्नई में इस मामले के खिलाफ शिकायत दायर की थी।
  • बता दें कि स्वामी के कहने पर यह मामला CrPc की धारा 200 के अंतर्गत दर्ज किया गया था।
  • मूल्यत यह मामला तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री रहीं जयललिता के खिलाफ दायर किया गया था।
  • परंतु उनकी मृत्यु होने के चलते यह मामला उनपर से हटा दिया गया था।
  • दरअसल स्वामी की शिकायत के अनुसार वर्ष 1989-90 के बीच जयलालिता ने अपनी संपत्ति निल दिखाई थी।
  • जिसके बाद वर्ष 1990-91 के बीच यह संपत्ति अचानक 1.89 करोड़ हो गयी थी।
  • जिसके बाद यह संपत्ति आश्चर्यजनक रूप से बढ़ती ही जा रही थी।
  •  वहीँ दूसरी ओर जयललिता मुख्यमंत्री के रूप में आय केवल 1 रूपया लेती थीं।
  • ऐसे में शक होना लाजमी था तो जयललिता पर जांच बैठाई गयी थी।
  • इस जांच में सामने आया था कि ना केवल जयललिता बल्कि शशिकला भी आरोपी थीं।
  • जिसके बाद से यह मामला कोर्ट में चल रहा था, जिसका आज फैसला सुनाया  गया है।

 

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