जून का महीना आपके लिए महंगाई की सौगात लेकर आया है। बुधवार, 1 जून से आपको हर एक सेवा की ज्यादा कीमत चुकानी होगी। इस साल बजट में वित्त मंत्री ने सर्विस टैक्स पर 0.5% कृषि कल्याण सेस लगाने का एेलान किया था, जो 1 जून से लागू हो गया।

पिछले वित्त वर्ष में घोषित सर्विस टैक्स 14 फीसदी था जबकि उसके बाद 15 नवंबर से स्वच्छ भारत सेस लगने के बाद वो 14.5% हो गया था। अब 1 जून से कुल 15% सेस देना होगा।

इस सेस के लगने के बाद तमाम सेवाएं जिन पर सर्विस टैक्स लगता है वो और महंगी हो जाएंगी। जैसे पार्लर जाना, रेस्टोरेंट में खाना, हवाई सफर, बिल पेमेंट, सिनेमा टिकट, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, घर की मरम्मत कराना और यहां तक की होटल का किराया भी महंगा हो जायेगा।

यानी अब वो हर चीज पर जो आप 100 रूपये की खरीदते थे, अब 115 रूपये में आपको मिलेगी। कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये सेस गैरजरुरी है और सरकार अन्य तरीकों से भी सेस बढ़ा सकती थी। इस सेस के बाद अब आम आदमी की जेब और ढीली होगी।

कई जानकारों का मानना है कि सेस लगाने की बजाय टैक्स की दर को बढ़ाना सरकार के लिए ज्यादा अच्छा विकल्प था। सर्विस टैक्स के मामले में ये कन्फ्यूजन और ज्यादा रहेगा क्योंकि उस पर स्वच्छ भारत सेस और अब कृषि कल्याण सेस भी लग गया है जो कि हमेशा लोगों को कंफ्यूज करता रहेगा।

1 जून से लगने वाले इस नए सेस से बहुत लोगों में नाराजगी देखी देखी जा रही है और ऐसा माना जा रहा है कि सरकार सर्विस टैक्स की दर को जीएसटी की 17-18 फीसदी की दर के नजदीक पहुंचाने की कोशिश में है ताकि जीएसटी लागू होते समय ग्राहकों को ज्यादा बड़ा झटका न लगे। तमाम बातों के बाद भी सरकार का सेस का तरीका काफी लोगों को हजम नहीं हो रहा है और फ़िलहाल 1 जून से लागू हो रहा ये सेस महंगाई को और भी बढ़ा देगा।

 

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