जीएसटी और नोटबंदी समेत कई मुद्दों को लेकर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व वाली केंद्र और राज्य सरकार से विश्वास उठ गया है। ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ और ‘दोपहर का सामना’ के साथ अपने जन्मदिन से पूर्व दिए जाने वाले पारंपरिक वार्षिक साक्षात्कार श्रृंखला में अपने सहयोगी दल भाजपा पर तीखा प्रहार किया।

जीएसटी गड़बड़झाला है-

  • वस्तु एवं सेवा कर लागू किए जाने से नाराजगी के सवाल पर ठाकरे ने कहा कि यह पूरी तरह गड़बड़झाला है।
  • ठाकरे ने बताया कि हमने इस बात को उठाया था कि जीएसटी से लोग कैसे प्रभावित होंगे।
  • उन्होंने कहा कि गुजरात में छोटे व्यापारी जीएसटी के विरोध में सड़कों पर उतर आए तो उन्हें बेरहमी से पीटा गया।
  • ठाकरे ने कहा कि हमने जीएसटी का विरोध किया था।
  • यह पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी द्वारा जमीनी स्तर पर लागू किए गए पंचायती राज के बिल्कुल विपरीत है।

नोटबंदी से 15 लाख लोगों का रोजगार छीना-

  • शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पिछले साल की गई नोटबंदी का उदाहरण देते हुए सरकार को इस पर विचार करने को कहा कि उनकी नीतियां आमजन के लिए सही हैं या नहीं।
  • उन्होंने कहा कि मैंने पढ़ा कि नोटबंदी के कारण 15 लाख लोगों का रोजगार चला गया।
  • इसका अर्थ यह है कि इससे 60 लाख लोग प्रभावित होंगे।
  • इन 60 लाख लोगों को दाल-रोटी कौन देगा?
  • ठाकरे ने कहा कि उन्होंने ही सबसे पहले नोटबंदी का विरोध किया था।
  • राउत ने ठाकरे से पूछा कि आपने तो सच्चाई बयां की, लेकिन क्या आपको देशद्रोही माना जाएगा?

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