गत वर्ष सियाचिन में एक दर्दनाक घटना घटित हुई थी जिसमे सेना के एक कैंप को बर्फ ने अपने आगोश में ले लिया था. दरअसल यहाँ पर गत वर्ष एक हिमस्खलन हुआ था. जिसमे 19 मद्रास रेजिमेंट का एक कैंप बर्फ के कई फीट अंदर दब गया था. बचाव कार्य करवाने के बाद यहाँ पर कई जवान शहीद मिले थे परंतु इनमे से एक लांस नायक हनुमंथप्पा पूरे छह दिन तक बर्फ में दबे होने के बावजूद अपने जीवन के लिए लड़ते रहे थे. जिसके बाद उन्हें बर्फ से बाहर निकला गया था परंतु इलाज के दौरान वे शहीद हो गए थे. जिसके बाद अब उनके परिवार के लिए एक ख़ुशी का पल आया है. दरअसल केंद्र सरकार की कोशिशों के बाद शहीद हनुमंथप्पा की पत्नी महादेवी कोप्पड को केंद्रीय सिल्क बोर्ड में नौकरी का अवसर मिला है.

कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने की मदद :

  • 19 मद्रास रेजिमेंट के शहीद जवान हनुमंथप्पा के परिवार के लिए खुशी का एक पल आया है.
  • बता दें कि केंद्र सरकार व कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी की कोशिशों के बाद इस शहीद की पत्नी को नौकरी करने का अवसर मिला है.
  • आपको बता दें कि शहीद की पत्नी को केंद्रीय सिल्क बोर्ड में नौकरी मिली है.
  • इस नौकरी के मिलने में कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी का बड़ा सहयोग माना जा रहा है.
  • आपको बता दें कि बीते कुछ समय पहले सेना के 69वें दिवस पर राष्ट्रपति द्वारा इस शहीद को एक सम्मान दिया गया था.
  • इस दौरान यह सम्मान उनकी पार्टी द्वारा लिया गया था.
  • बता दें कि शहीद हनुमंथप्पा को उनकी बहादुरी के लिए गैलंट्री अवार्ड का सम्मान प्राप्त हुआ था.
  • जिसके बाद अब अपने परिवार की जीविका को चलाने के लिए शहीद हनुमंथप्पा की पत्नी नौकरी करेंगी.
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