समाज सेवी अन्ना हजारे ने शुक्रवार को दिल्ली मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को चिट्ठी लिख कर कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं.
अरविन्द केजरीवाल को कठघरे में खड़ा किया
- अन्ना हजारे ने चिट्ठी में लिखा है की पार्टी की डोनर लिस्ट को पब्लिक डोमेन में क्यों नहीं डाला?
- अरविन्द केजरीवाल को नसीहत दी की सिस्टम से लड़ना आसान नहीं है.
- अगर सिस्टम में बदलाव लाना है तो नेता को ‘वाक द टॉक’ का हिसाब रखना चाहिए.
लैटर तेईस दिसम्बर को लिखा गया है
- अन्ना हजारे ने आम आदमी पार्टी पर भी सवाल उठाये हैं.
- उन्होंने बोला की जिस उद्देश्य से पार्टी राजनीति में उतरी थी.
- वो कहीं सिमटता नज़र आ रहा है.
- पार्टीयों की भीड़ में आम आदमी पार्टी भी भीड़ का हिस्सा बन गयी है.
- कांग्रेस भाजपा और अन्य राजनैतिक दलों से क्या अलग कर रही है.
- अरविन्द केजरीवाल को अन्ना हजारे ने बोला की जनता से किया गया वादा आपने तोड़ दिया है.
- और इस बात का उन्हें बहुत दुःख है.
- समाज में बदलाव लाना इतना आसान नहीं है.
- तपस्या करनी पड़ती है और पार्टी नेता तपस्या नहीं आराम करते नज़र आ रहे हैं.
- राजनीति और पैसे के बीच दुनिया और समाज उलझता नजर आया रहा है.
- सब पैसे के पीछे भाग रहे ऐसे में देश में बदलाव कैसे आयेगा.
मुनीश रायजादा निष्कासित आम आदमी पार्टी नेता ने भी पार्टी के सिस्टम पर ऊँगली उठाई है की डोनर रिकॉर्ड पार्टी वेबसाइट से क्यों गायब हैं ?