केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कहा कि उसने बिहार में 1,000 करोड़ रुपये के सृजन घोटाला मामले में एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) के अधिकारियों तथा कई बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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सृजन घोटाले में एफआईआर दर्ज-

  • सीबीआई ने 25 अगस्त को भागलपुर स्थित एनजीओ सृजन महिला विकास समिति की निदेशक मनोरमा देवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
  • इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा के कई शाखा प्रबंधकों तथा अधिकारियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
  • केंद्रीय गृह मंत्रालय से 24 अगस्त को मंजूरी मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई।
  • सीबीआई ने अपनी नई प्राथमिकी में तत्कालीन कैशियर व विशेष भूमि अधिग्रहण कार्यालय के सहायक प्रमुख के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
  • एफआईआर में धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश रचने, जालसाजी, आपराधिक उल्लंघन के आरोप लगाए गए हैं।
  • मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर मामले की जांच बिहार पुलिस की विशेष जांच टीम ने शुरू किया
  • अब तक इस मामले में अब तक 14 प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है।
  • 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

क्या है सृजन घोटाला-

  • ‘सृजन’ एक गैर सरकारी संस्था है जो महिलाओं के विकास के लिए काम करती है।
  • बिहार के भागलपुर में स्थित ‘सृजन’ को साल 1996 में महिलाओं को काम देने के मकसद से शुरू किया गया था।
  • तीन अगस्त को 10 करोड़ का एक सरकारी चेक बाउंस होने के बाद यह घोटाला सामने आया।
  • मामला सामने आते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
  • इसके बाद पुलिस तुरंत हरकत में आई।
  • पुलिस स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया।
  • इस मामले से जुड़े लोगों के घर और सृजन एनजीओ के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
  • मामले में अब तक नौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है और 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
  • अब सीबीआई को इस घोटाले की जाँच सौंपी गई है।

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