वायुसेना का सुखोई 30 लड़ाकू विमान का मलबा मिला है। बता दें कि सुखोई 30 लड़ाकू विमान रडार से संपर्क टूटने के बाद 23 मई से लापता था।
23 मई से लापता था सुखोई 30 लड़ाकू विमान–
- सुखोई 30 ने 23 मई सुबह 10ः30 बजे उड़ान भरी थी।
- लेकिन उड़ान भरने के आधे घंटे बाद इसका रडार और रेडियो से संपर्क टूट गया।
- हालाँकि आशंका जताई जा रही है कि विमान क्रैश हो गया है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी थी।
- लेकिन आज इसका मलबा उसी स्थान पर मिला है जहाँ से सुखोई 30 लड़ाकू विमान का संपर्क टूटा था।
- बता दें कि सुखोई 30 लड़ाकू विमान का संपर्क तेजपुर से 60 किलोमीटर उत्तर में रडार से टूट गया था।
क्या हैं सुखोई 30 लड़ाकू विमान की खासियत–
- एयरफोर्स में लगभग 240 सुखोई है।
- सुखोई 30 एमके टू सीट फाइटर जेट है।
- इसका निर्माण रूसी कंपनी सुखोई एविएशन कोऑपरेशन ने किया है।
- भारत में रक्षा जरूरत के हिसाब से सुखोई 30 लड़ाकू विमान काफी अहम है।
- यह विमान हर मौसम में उड़ान भर सकता है।
- इस समय यह विमान दुनिया के सर्वोत्तम लड़ाकू विमानों की श्रेणी में आता है।
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