अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सीएम कालिखो पुल की संदिग्ध मौत हो गई है। उनकी लाश घर पर पंखे से लटकी मिली। आशंका जताई जा रही है कि उन्होंने आत्महत्या की है। हर कोई इस खबर से सन्न है। इस घटना के बाद राजनीतिक गलियारे में हलचल मची हुई है। हालांकि अभी तक उनके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

  • माना जा रहा है कि कालिखो पुल ने मंगलवार सुबह 8-9 बजे के आसपास खुद को फांसी लगा ली।
  • करीबी दोस्तों का कहना है कि पिछले कई दिनों से वे तनाव में थे।
  • जिसके इसी के चलते उन्होंने यह घातक कदम उठाया होगा।
  • बताया जाता है कि जब से वो सीएम पद से हटे थे तबसे उनका लोगों से मिलना जुलना कम हो गया था।
  • सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद वो काफी तनाव में थें।
  • इससे पहले एक समारोह में उन्‍होंने कहा था कि वो बहुत ज्‍यादा प्रेशर में हैं।
  • उन्‍होंने कहा था कि अब वो सिर्फ दिन गिन रहे हैं।

समर्थकों में है जबरदस्त गुस्साः

  • जिस वक्त कलिखो पुल ने सुसाइड किया, उनकी पत्नी घर के दूसरे कमरे में थीं।
  • वो मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बावजूद अब भी सीएम बंगले में अपने पांच बच्चों के साथ रह रहे थे।
  • कलिखो पुल की खुदकुशी के बाद उनके समर्थकों में भारी गुस्सा फैल गया है।
  • नाराज समर्थकों ने डिप्टी सीएम के आवास के बाहर प्रदर्शन किया।
  • इस बीच कई समर्थक उग्र हो गए और आवास के अंदर जाकर तोड़फोड़ भी की।
  • गुस्साई भीड़ ने एक अन्य मंत्री के आवास पर पथराव भी किया।

कालिखो का सफरः

  • कालिखो पुल का जन्म 20 जुलाई 1969 को अरूणाचल प्रदेश के अंजाव जिले में हुआ था।
  • जब ये 6 वर्ष के थे तब इनके पिता का देहांत हुआ और जब ये 13 साल के हुए तब इनकी माताजी का निधन हुआ।
  • कालिखो कमान मिश्मी समुदाय से थे। पहले ये एक कारपेंटर थे, फिर चौकीदार बने।
  • साल 2003 से 2007 तक गेगोंग अपंग सरकार में उन्होंने वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली थी।
  • कालिखो कांग्रेस से बगावत करके अरुणाचल के सीएम बने थे।
  • वह इस साल फरवरी से जुलाई तक अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहें हैं। वे इस पर केवल साढ़े चार महीने ही रह पाए।
  • इसी साल 19 फरवरी को कालिखो ने अरुणाचल प्रदेश के बतौर मुख्यमंत्री नियुक्त किए गए थे।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें