Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
India

सुप्रीम कोर्ट के 4 जजों की पीसी, कहा- ठीक नहीं चल रहा SC का प्रशासन

supreme court judges

भारत के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायाधीश प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस जस्टिस जे चेलामेश्वर के घर में हो रही है. उनके साथ अन्य 3 जस्टिस रंजन गोगोई,जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरिन जोसेफ मौजूद,पहली बार सुप्रीम कोर्ट जजो ने मीडिया को संबोधित किया. सुप्रीम कोर्ट के 4 सिटिंग जज पहली बार सीटिंग प्रेस कांफ्रेंस के  जरिये कई बातें कहते दिखाई दिए.

4 जजों की पीसी ने खड़े किये कई सवाल:

सुप्रीम कोर्ट के 4 जज की पीसी शुरू हुई. जुडिशरी के इतिहास में पहली बार अनियमितताओं को लेकर सवाल उठे. उन्होंने कहा कि SC का प्रशासन ठीक नहीं चल रहा है.जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि हमने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी है, उसमें तमाम बातों का जिक्र किया गया है.जस्टिस चेलमेश्वर ने कहा कि हमने चीफ जस्टिस को समझाने की बहुत कोशिश की. आज दो महीनों में बने हालातों के कारण प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ रही है. हमने जजों के बारे में चीफ जस्टिस से शिकायत की थी. हम नहीं चाहते कि हम पर आरोप लगाए जाएं.  देश का लोकतंत्र खतरे में है. न्यायपालिका की निष्ठा पर सवाल उठे हैं.

[foogallery id=”170674″]

न्यायपालिका पर उठी उंगलियों से दिखे आहत

जजों ने कहा कि कुछ महीनों पहले हम चार जजों ने चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी थी, न्यायपालिका में आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ, हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा है, इसलिए हम आपके सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि हमने मुख्य न्यायधीश को समझाने की कोशिश की है कि सुप्रीम कोर्ट में चीज़ें ठीक नहीं चल रही हैं. जजों ने कहा कि कल कोई ऐसा मत कहे कि हमने आत्मा बेच दी. चारों जज चीफ जस्टिस को लिखी चिट्ठी सार्वजनिक करेंगे. जस्टिस चेलमेश्वर ने कहा कि कुछ चीजें नियंत्रण के बाहर हो गई हैं,इसके चलते हमारे पास मीडिया में बात करने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था. हम अपनी चिंताओं को सामने लाना चाहते हैं.

Related posts

नोट बंदी पर कार्यवाही के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचा केंद्र!

Kamal Tiwari
8 years ago

श्रीनगर उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा, 5 की मौत 36 घायल!

Vasundhra
8 years ago

दिल्ली रैली में ममता बोलीं, 3 दिन में फैसला वापस ले सरकार!

Mohammad Zahid
8 years ago
Exit mobile version