सूरत में 11 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया है और एक संदिग्ध को राजस्थान के सवाई माधोपुर से हिरासत में लिया गया है. पूछताछ के लिए संदिग्ध को सूरत ले जाया गया है. पुलिस जाँच में पता चला है कि नाबालिग और उसकी मां को बंधुआ मज़दूर की तरह काम कराने के लिए यूपी-एमपी के बॉर्डर के पास गंगापुर जगह से लाया गया था. बच्ची का चाचा इस वारदात का मुख्य आरोपी हो सकता है. पुलिस को शक है कि बच्ची की मां की भी हत्या की गई.

बच्ची की मां की भी हत्या होने की आशंका:

गुजरात पुलिस ने 11 साल की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के मामले में संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। सीसीटीवी फुटेज से एक ब्लैक कार का सुराग मिलने पर पुलिस ने राजस्थान के सवाई माधोपर जिले के गंगापुर से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बच्ची का शव ठिकाने लगाने के लिए इस्तेमाल हुई कार भी बरामद कर हो गई। बता दें कि 6 अप्रैल को नाबालिग का शव पांडेसरा इलाके में मिला था। इसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दरिंदगी की बात सामने आई थी।

पुलिस ने इस मामले में बच्ची की पहचान में मदद के लिए अपील जारी की थी, जिसकी उम्र 9 से 13 साल बताई गई. वही बच्‍ची के शव को शवगृह में रखा गया. बच्ची से की गई क्रूरता की और जानकारियां सामने आई.

 पुलिस के मुताबिक, आरोपियों तक पहुंचने में सीसीटीवी फुटेज काफी मददगार साबित हुए। कार की पहचान होने पर सबसे पहले इसके मालिक हरसहाय गुर्दर को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद एक और आरोपी को पकड़ा गया।

हरसहाय ही घटना का मास्टरमाइंड है। वह मार्बल लगाने की ठेकेदारी करता है और 6 महीने पहले बच्ची और उसकी विधवा मां को राजस्थान के गंगापुर से 35,000 रुपए में बंधुआ मजदूरी के लिए खरीद कर सूरत लेकर लाया था। यहां उसने दोनों को सूरत के कामरेज इलाके में रखा। आरोपी अक्सर महिला से मिलने उसके घर आता-जाता था।

35000 में खरीदी गयी थी थी बच्ची:

वरिष्ठ पुलिस अफसर के मुताबिक, हरसहाय की पत्नी को उसके सूरत की महिला से अवैध रिश्ते होने की बात पता चल गई थी। इसको लेकर पति-पत्नी के बीच झगड़ा होने लगा।
वहीं, सूरत में रहने वाली महिला भी बार-बार हरसहाय से रुपए मांगती थी। महिला को लेकर आए दिन पत्नी से लड़ाई से वह परेशान हो चुका था। उसने महिला को कहीं गायब करवा दिया। इसके बाद उसकी बच्ची को अपने घर ले आया। अब बच्ची को लेकर भी विवाद शुरू हो गया।
करीब एक हफ्ते तक हरसहाय ने बच्ची को घर में बंधक बनाकर रखा। उसे यातनाएं दी गईं। दुष्कर्म के बाद आरोपी हरसहाय ने बच्ची का गला घोंटकर हत्या कर दी और लाश को फेंक दिया। चार दिन बाद वह पत्नी और बेटे के साथ राजस्थान के अपने गांव कुनकटा खुर्द चला गया। पुलिस ने उसे वहीं से पकड़ा।

बच्ची का शव मिलने के तीन दिन बाद 9 अप्रैल को पांडेसरा में एक महिला की लाश मिली थी। उसकी भी हत्या गला घोंटकर की गई थी। पुलिस के अनुसार यह महिला उस बच्ची की मां हो सकती है। पुष्टि के लिए बच्ची और महिला के डीएनए सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

इसके अलावा बच्ची और उसकी मां की खरीद फरोस्त में बच्ची के चाचा की भी भूमिका होने पर संदेह किया जा रहा है.

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