पछले हफ्ते भारतीय सेना द्वारा की गयी सर्जिकल स्ट्राइक को जहाँ एक ओर पकिस्तान सिरे से नकार रहा है वही दूसरी ओर सीमा के पास रहने वाले चश्मदीदों ने वह भयानक मंज़र देखा और बयाँ किया है.

दिया चित्रात्मक विवरण :

  • हाल ही में हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही सीमा के दोनों तरफ तनाव का मौहौल है.
  • इसके साथ ही सीमा के पास बसे गाँवों में रहने वाले लोग भी इस भयावह मंज़र को भुला नहीं पा रहे हैं.
  • उनके बयान के अनुसार वह रात बहुत भयावह थी जिस दिन इस कार्यवाही को अंजाम दिया गया था.
  • उन्होंने बताया कि बहुत तेज़ गोलियों कि आवाजें आ रहीं थी जो बहुत भयानक थी.
  • इसके साथ ही उनके द्वारा सीमा पार भयानक आग का दृश्य भी देखा गया जिसे पाक सिरे से नकार रहा है.
  • बताया जा रहा है कि यह आग जिहादियों के कैंपो व जलाये गये लांच पैडो से आ रही थी.
  • यही नहीं उन्होंने बताया कि सेना द्वारा मारे गये जिहादियों की लाशें ट्रकों में भरी जा रही थी.
  • इन लाशों को बहुत ही गुप्त तरह से दफनाने के लिए ले जाया जा रहा था.
  • इसके अलावा उन्होंने इस हमले को बयाँ करता एक चित्रात्मक विवरण भी दिया है.
  • इस विवरण में उन्होंने हमले का निशाना बनी हर जगह बताई जिसे सरकारे मानने से इनकार कर रही हैं.
  • इसके साथ ही उन्होंने बताया कि लगभग 38-50 जिहादी इस मुतभेड़ में मारे गये हैं.

4 घंटे तक चला ऑपरेशन :

  • बताया जा रहा है कि करीब 4 घंटे तक ये ऑपरेशन जारी रहा जो  तडके 4 बजे जाकर खत्म हुआ.
  • चश्मदीदो के अनुसार आतंकियों के 7 कैंप लाइन ऑफ कंट्रोल के दो किलोमीटर के भीतर ही थे.
  • उन्होंने बताया कि स्पेशल फॉर्स के करीब 150 कमांडोज को हेलिकॉप्टर की मदद से LoC पर उतारा गया था.
  • आंतकियों को मार गिराने के लिए कमांडोज की कई टीमें बनाई गई थी हर टीम में 10 से 12 कमाडोज़ थे.
  • इन सभी ने रेंगकर LoC पार की जिसके बाद दो किलोमीटर के अंदर घुसकर आंतकियों को मार गिराया गया.
  • आपको बता दें कि 18 सितंबर को उरी के आर्मी कैंप पर पाकिस्तानी आतंकियों ने हमला किया था.
  • इस हमले में सेना के 19 जवान शहीद हो गए थे जिसके बाद भारत पर पाकिस्तान से बदला लेने का दबाव था.
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