राजधानी दिल्ली में बीते दो माह से तमिलनाडु के किसान अपनी मांगे पूरी कराने के लिए हड़ताल कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने हर वह प्रयास किया है जिससे सरकार का ध्यान उनकी ओर आकर्षित हो, परंतु फिर भी वे हर कोशिश के बाद भी सरकार का ध्यान खींच पाने में नाकाम रहे हैं. जिसके बाद बीते दिन उन्होंने अपने प्रदर्शन को आगे बढ़ाते हुए मूत्रपाँ किया, जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानिस्वामी द्वारा इन किसानों से भेंट की गयी.

नीति आयोग की बैठक में उठा किसानों का मुद्दा :

  • राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर बीते दो माह से तमिलनाडु के किसानों द्वारा हड़ताल की जा रही थी.
  • बता दें कि इस हड़ताल के दौरान इन किसानों द्वारा हर वह कोशिश की गयी है जिससे सरकार उनकी मांग को सुने.
  • परंतु सरकार की ओर से इस दिशा में कोई प्रतिनिधि आया जो इन किसानों की मांग को सुन सके.
  • हालाँकि इस दौरान विपक्ष के कई नेता इस मुद्दे पर अपनी राजनैतिक रोटियाँ सेंकने यहाँ पहुंचे,
  • जिसके बाद इन किसानों द्वारा कोशिश की गयी कि सरकार किसी तरह सूखे की मार झेल तमिलनाडु को कुछ मुआवजा दे सके.
  • आपको बता दें कि इन किसानों द्वारा अपने क्षेत्र के लिए करीब 40,000 करोड़ के मुआवज़े की मांग की गयी है.
  • बता दें कि इस दौरान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानिस्वामी द्वारा इन किसानों से भेंट की गयी है.
  • साथ ही आज होने वाली नीति आयोग की बैठक के दौरान इन किसानों के इस मुद्दे को भी उठाया गया है.
  • जिसके बाद अब इन किसानों द्वारा आगामी 25 अप्रैल को इस हड़ताल को ख़त्म करने का एलान कर दिया गया है.
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