आज पूरे देश में शिक्षक दिवस मना रहा है. भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में 5 सितम्बर को टीचर्स डे मनाया जाता है. आज के दिन गूगल ने बड़े ही खूबसूरत ढंग से गुरु और शिष्य के रिश्ते को डूडल के ज़रिये दिखाया है.

गुरु-शिष्य के लिए विशेष दिन है शिक्षक दिवस-

  • शिक्षक दिवस गुरु और शिष्य के लिए बेहद खास होता है.
  • इस खास दिन को गूगल ने और भी खास बना दिया है.
  • गूगल ने डूडल के ज़रिये शिक्षकों को सम्मान दिया है.
  • गूगल के डूडल को देख कर अपनी कक्षा की याद आ जाएगी.
  • डूडल में टीचर क्लास के बच्चों को पढ़ाते हुए दिखाई दे रहे है.
  • इसमें टीचर ने एक हाथ में किताब तो दूसरे हाथ में छड़ी ले रखी है.
  • डूडल में टीचर पढ़ा रहे है और क्लास के बच्चे उनकी बातों को बड़े ध्यान से सुन रहे है.
  • बता दें कि गुरु का दर्जा भगवान के बराबर माना जाता है क्योंकि गुरु, व्यक्ति और सर्वशक्तिमान के बीच एक कड़ी का काम करता है.
  • तभी तो कहा गया है,

गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वर,

गुरु साक्षात् परमं ब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नम:

  • इसका अर्थ है गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है, गुरु ही साक्षात परब्रह्म है. ऐसे गुरु को मैं प्रणाम करता हूं.

गुरु के बिना यह जीवन बहुत अधूरा-

  • यूं तो हम इस समाज का हिस्सा हैं ही लेकिन हमें इस समाज के लायक बनाता है गुरु.
  • शिक्षक दिवस के रूप में हम अपने शिक्षक को तो एक दिन देते हैं लेकिन गुरु जो ना सिर्फ शिक्षक होता है बल्कि हमें जीवन के हर मोड़ पर राह दिखाने वाला शख्स होता है.
  • आत्मबल को जगाने का काम गुरु ही करता है.
  • गुरु अपने आत्मबल द्वारा शिष्य में ऐसी प्रेरणाएं भरता है, जिससे कि वह अच्छे मार्ग पर चल सके.
  • साधना मार्ग के अवरोधों एवं विघ्नों के निवारण में गुरु का असाधारण योगदान है.
  • गुरु शिष्य को अंत: शक्ति से ही परिचित नहीं कराता, बल्कि उसे जागृत एवं विकसित करने के हर संभव उपाय भी बताता है.
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