केंद्रीय मंत्री और झांसी की सांसद उमा भारती ने अब चुनाव न लड़ने का फैसला कर लिया है. उन्होंने यह बात रविवार को संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कही. सांसद उमा भारती ने संवाददाताओं से अपनी उम्र और स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कहा, “अब मैं कोई चुनाव नहीं लड़ूंगी, मगर पार्टी के लिए काम करती रहूंगी.” उन्होंने कहा कि दो बार सांसद रही हैं और पार्टी के लिए काफी काम किया है.

कहा- अब नहीं लडूंगी लोकसभा चुनाव, बताई वजह

स्वास्थ्य का दिया हवाला

उमा भारती ने कहा कि कमर में दर्द रहता है और शरीर जवाब देने लगा है. कमर और घुटनों में दर्द के चलते चलने-फिरने में परेशानी होती है. पार्टी के लिए प्रचार करती रहेंगी. उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए उन्होंने हमेशा कार्य किया है और आगे भी करती रहेंगी. केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने साफ किया कि अब वे लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि वे झांसी से ही नहीं बल्कि कहीं से भी चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने कहा कि उनकी कमर और घुटनों की बीमारी चलने-फिरने नहीं देती. इसलिए अब निर्णय लिया है कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगी.

उमा भारती ने कहा कि वे झांसीवासियों के स्नेह और प्यार की कर्जदार हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के जब दो सांसद थे, तब से लेकर अब तक पार्टी के लिए काम कर रही हूं. पार्टी के लिए बहुत मेहनत की है, इसी का नतीजा है कि अब इस उम्र में शरीर जवाब दे गया है. तबीयत ठीक रही तो पार्टी के लिए प्रचार करती रहेंगी.

सहमति से बने राममंदिर

उमा भारती ने राम मंदिर के सवाल पर कहा कि न्यायालय अपना फैसला सुना चुका है, लिहाजा आपसी सहमति से राम मंदिर का निर्माण हो जाना चाहिए. बता दें कि उमा भारती खजुराहो, भोपाल के बाद झांसी से सांसद है. वो बड़ा मलेहरा और चरखारी से विधायक रह चुकी हैं. उमा भारती बुंदेलखंड की बड़ी प्रभावशाली नेता और पूरे देश में हिंदूवादी नेता के तौर पर अपनी पहचान रखती हैं. अपने बयानों के कारण कई बार विवादों में भी रही हैं.

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