पश्चिम बंगाल में सोमवार यानि आज सात बजे से पंचायत चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। बंगाल में सत्ताधारी दल टीएमसी के लिये सेमीफाइनल माना जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 1,500 सुरक्षाकर्मियों को चुनाव में तैनात किया गया है। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने इन चुनावों के लिए प्रचार नहीं किया है।

TMC कार्यकर्ताओं ने लिया भांगर में बूथ कैप्चर:

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए सोमवार को सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो गई. सुबह से ही कई जगह वोट डालने के लिए लंबी लंबी कतारें लगनी शुरू हो गईं. लेकिन राज्य में कई जगह ऐसी भी थीं, जहां पर आपसी संघर्ष की खबरें आईं. कई जगह कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने लेागों को वोट डालने से रोका. इस चुनावी हिंसा में करीब 20 लोगों के घायल होने की खबर है.

खबर है कि बीरपारा के बूथ नंबर 14/79 पर तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने लोगों को वोट नहीं डालने दिया गया. एक वर्कर ने तो बाकायदा एक छड़ी से लाइन खींचकर इशारा किया कि इससे आगे जाने की इजाजत नहीं है.

मतदाताओं का आरोप: वोट देने से रोक रहे TMC कार्यकर्ता:

वहीं कूच बिहार में इस चुनावी हिंसा में 20 लोगों के घायल होने की खबर है. दो गुटों के बीच हुई इस हिंसा में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घायल हुए लोगों का कहना है कि हम वहां पर वोट डालने के लिए गए थे, लेकिन तृणमूल कार्यकर्ताओं ने हमें पीटा और वोट नहीं डालने दिया.

बता दें कि पश्चिम बंगाल में 38529 पंचायत सीटों के लिए वोटिंग हो रही है. 2019 चुनाव से पहले राज्य में ये बड़ी चुनावी एक्सरसाइज है. चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में अनुमान जताया गया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इन चुनाव में वाममोर्चे और कांग्रेस को पीछे छोड़ देगी और तृणमूल के सामने मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी के तौर पर उभरकर सामने आएगी. आंकड़ों से पता चलता है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कुल 58,692 सीटों में से 20,076 सीटों पर पहले ही निर्विरोध उम्मीदवार चुन लिए गए हैं.

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