विश्व बैंक ने स्वास्थ्य और शिक्षा के आधार पर अपना पहला “मानव पूंजी सूचकांक” यानी ‘ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स’ जारी किया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत की स्थिति चिंताजनक है. बाल मृत्यु दर और पढ़ाई के मामले में भारत अपने पड़ोसी देश से भी पीछे हैं.

क्या है ‘ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स’ ?

दुनिया के 157 देशों के बच्चों की मृत्यु, स्वास्थ्य और शिक्षा के पैमाने पर आकलन होता है. इसके तहत एक रिपोर्ट तैयार की जाती है, वहीं हैं ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स.

इसे 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर, 18 साल की उम्र तक स्कूली शिक्षा और 15 साल के किशोरों के 60 साल तक बचने की संभावना जैसे मानकों के आधार पर तैयार किया गया है।

रिपोर्ट में भारत का 115वां स्थान:

इस साल विश्व बैंक द्वारा जारी रिपोर्ट में भारत को नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और बांग्लादेश से भी नीचे 115वें स्थान पर रखा गया है। रिपोर्ट में  भारत को 0.44 अंक मिले हैं .

वहीं विश्वबैंक की इस रिपोर्ट को भारत ने खारिज कर दिया है। भारत की ओर से कहा गया है कि इस रिपोर्ट में मानव पूंजी के लिए विकास के लिए सरकार ने जो कदम उठाए हैं उन्हें शामिल नहीं किया गया है।

मंत्रालय ने बयान में कहा कि रिपोर्ट में समग्र शिक्षा अभियान, आयुष्मान भारत कार्यक्रम, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना आदि पर गौर नहीं किया गया है.

रिपोर्ट में शीर्ष देशों के नाम:

इस रिपोर्ट में शीर्ष स्थान सिंगापुर को मिला है. सिंगापुर के बाद साउथ कोरिया, जापान, हांगकांग और फिनलैंड जैसे देशों का नाम शामिल है.

इंडेक्स में 157 देशों को 5 श्रेणी में बांटा गया है।

  • भारत को बांग्लादेश, ब्राजील, अल्जीरिया, मिस्र, इंडोनेशिया और नामीबिया जैसे देशों के साथ नीचे से दूसरी श्रेणी में रखा गया है।
  • अमेरिका, कनाडा, रूस, ऑस्ट्रेलिया और ज्यादातर यूरोपीय देश सबसे ऊपर की कैटेगरी में हैं।
  • सबसे निचली रैंकिंग में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और अफ्रीकी देश हैं।
  • वहीं चीन, श्रीलंका, अर्जेंटीना, मेक्सिको , कोलंबिया सऊदी, ईरान, तुर्की आदि बीच की श्रेणी में हैं।
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