समाजवादी कुनबे में बकरीद के पहले शुरू हुई जंग ‘कुर्बानियों’ के साथ आगे बढ़ती जा रही है। सुलह की हर कोशिश के बाद सतह पर ‘कलह’ ही बाहर आ रही है। ‘शक्ति प्रदर्शन’ का दौर पार्टी में काफी आगे बढ़ चुका है। रविवार को अखिलेश ने अपने कदम से साफ कर दिया है कि अब उनकी नजर ‘भविष्य’ की राजनीति पर है। हालांकि इस पूरी कवायद में सबसे अधिक भ्रम में पार्टी के कार्यकर्ता हैं। उनके लिए तय करना मुश्किल हो रहा है कि वह किस पाले में बैठें? सपा में कुर्सी पर कोई बैठा हो लेकिन सत्ता पांच विक्रमादित्य मार्ग से मुलायम की ही चलती रही है। लेकिन इस बार ‘विक्रमादित्य’ भी रास्ता नहीं निकाल पा रहे हैं।

राज्यपाल ने चार मंत्रियों को किया बर्खास्तः

  • राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री  अखिलेश यादव की संस्तुति पर प्रदेश सरकार के चार  मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया है।
  • नारद राय, मंत्री  ओम प्रकाश सिंह, मंत्री  शिवपाल सिंह एवं राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सैयदा शादाब फातिमा को पद से बर्खास्त कर दिया है।
  • चारों मंत्रियों को पदमुक्त करने संबंधी पत्रावली राज्यपाल के अनुमोदन हेतु आज राजभवन में प्राप्त हुई थी।

नेताजी मेरे नेता रहेंगेः

  • इस पूरे सियासी घमासान में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहली बार सामने आये।
  • अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी हमेशा मेरे नेता रहेंगे।
  • उन्होंने कहा कि वह सपा सुप्रीमों को जन्दिन से पहले एक्सप्रेस वे का तोहफा देंगे।
  • इसके साथ ही सीएम ने कहा कि अमर सिंह ने घर में आग लगाने का काम किया है।
  • अमर सिंह और उनका साथ देने वालों पर एक्शन जरूर होगा।
  • अखिलेश ने कहा कि हम पार्टी नहीं तोड़ेंगे, साजिस करने वालों पर एक्शन लिया जाएगा।
  • उन्होंने कहा कि रथ भी चलेगा और रजत जयंती के कार्यक्रम में भी जाऊंगा।

मंत्रीमण्डल से बर्खास्त हुए शिवपालः

  • मुलायम परिवार में चल रहे झगड़े के बीच रविवार को अखिलेश यादव ने अपने समर्थक विधायकों की बैठक बुलाई।
  • इस बैठक में मुख्यमंत्री ने बहुत बड़ा फैसला लिया।
  • अखिलेश यादव ने कैबिनेट से चाचा शिवपाल सिंह यादव को बर्खास्त कर दिया है।
  • मुख्यमंत्री ने बर्खास्तगी की चिट्ठी राज्यपाल राम नाईक को भेज दी है।
  • बड़ा फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री ने शिवपाल समेत सात मंत्रियों को कैबिनेट से हटा दिया।
  • जिनमें मंत्री नारद राय, मंत्री ओमप्रकाश, मंत्री शादाब फातिमा, गायत्री प्रजापति, मदन चौहान अौर जयाप्रदा भी बर्खास्त किए गए है।
  • इसमें 6 कैबिनेट मंत्री व एक दर्जा प्राप्त मंत्री है।

सुबह-सुबह फूटा रामगोपाल का चिट्ठी बमः

  • समाजवादी पार्टी की बढ़ती रार के बीच में पार्टी के थिंक टैंक माने जाने वाले राज्यसभा सदस्य प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने आज तड़के ही बड़ा ‘लेटर बम’ फोड़ा है।
  • राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल ने पार्टी के साथियों को संबोधित पत्र में साफ लिखा है कि अखिलेश यादव का विरोध करने वाला हर शख्स इस बार चुनाव हारेगा।
  • पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव मुंबई में हैं और आज तड़के छह बजे ही उन्होंने एक पत्र लिखा है।
  • रामगोपाल ने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को चिट्ठी लिखी है।
  • इसमें रामगोपाल ने लिखा है कि वक्त आ गया है कि कार्यकर्ता अखिलेश के साथ रहें।
  • मध्यस्थता करने वाले ही पार्टी को दिगभ्रमित कर रहे हैं, विरोधियों की सोच नकारात्मक है।
  • इसमें आगे लिखा है कि आगे बढ़ो हम सब अखिलेश के साथ हैं।
  • अब जरूरत है कि हम लोग मिलकर अखिलेश यादव की विकास रथ यात्रा को सफल बनाएं।
  • यदि सभी कार्यकर्ता एकजुट हो जाएं तो विधानसभा चुनाव में अखिलेश की अगुवाई में पार्टी की जीत तय है।
  • सुलह की बात करने वाले बेइमान हैं और यही लोग पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।

सतह पर आई कलहः

  • समाजवादी पार्टी में फिर से संग्राम शुरू हो चूका है।
  • शनिवार को एमएलसी उदयवीर सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया था।
  • अखिलेश यादव ने इसका बदला भी ले लिया है।
  • अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करके जंग का ऐलान कर दिया है।
  • इसके अलावा शिवपाल के करीबियों पर भी गाज गिरी है।
  • नारद राय, ओम प्रकाश, और शादाब फातिमा को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
  • गायत्री प्रजापति और मदन सिंह चौहान पर भी सीएम का चाबुक चल चुका है।

पूरी खबर पढ़ें: सपा प्रमुख को चिट्ठी लिखने वाले एमएलसी सपा से निष्कासित!

  • आशु मलिक ने उदयवीर के पत्र के जवाब में मुलायम सिंह यादव को पत्र लिखा था.
  • एमएलसी आशु मलिक ने एमएलसी उदयवीर के पत्र के जवाब में चिट्ठी लिखी है।
  • जिसमें उन्होंने कहा है कि, समाजवादी पार्टी मुलायम के दम पर है।
  • आशु मलिक ने आगे कहा कि, मुलायम पर उंगली उठाने वाले लोगों की राजनीतिक हैसियत नहीं है।
  • उन्होंने आगे कहा कि, मुलायम के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।
  • चिट्ठी में आगे कहा गया है कि, सपा प्रमुख मुसलमानों का विश्वास हैं।

पूरी खबर पढ़ें: ‘समाजवादी संग्राम’ में चेले-चापलूस भी कूदे!

जाने शनिवार का पूरा घटनाक्रमः

  • समाजवादी पार्टी में विवाद खत्म करने के लिए मुलायम सिंह यादव ने शनिवार को शिवपाल यादव और पार्टी के बाकी सीनियर नेताओं के साथ मीटिंग की।
  • मुलायम के घर पर हुई मीटिंग में बेनी प्रसाद वर्मा, किरणमय नंदा, नरेश अग्रवाल, रेवती रमण, धमेंद्र यादव और विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद भी शामिल हुए।
  • मीटिंग से दो बार शिवपाल यादव बाहर निकले और फिर वापस भी लौटे।
  • सपा प्रमुख से कुछ देर बात करने के बाद शिवपाल पार्टी ऑफिस के लिए निकल गए।
  • वहां पार्टी की स्टेट एग्जीक्यूटिव की मीटिंग अटैंड करने के बाद शिवपाल दोबारा मुलायम के घर पहुंचे।
  • बाद में शिवपाल को छोड़कर बाकी वरिष्ठ नेता अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे।
  • अखिलेश ने शनिवार को ही पार्टी से बर्खास्‍त युवा नेताओं से भी मुलाकात की।
  • इस बीच, अखिलेश के सपोर्ट में मुलायम काे लेटर लिखने वाले एमएलसी उदयवीर सिंंह को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया गया है।
  • इसके साथ ही शिवपाल ने युवा संगठनों के अहम पदों अपने चहेतों को बैठा दिया।
  • सपा दफ्तर में मैराथन बैठक के दौरान बाहर शिवपाल के समर्थन में नारे लगाए गए।
  • लोग उनके सपोर्ट में बैनर, पोस्टर और ढोल-नगाड़े के साथ पहुंचे थे।
  • पार्टी की स्टेट एग्जीक्यूटिव की मीटिंग में रजत जयंती की तैयारियों को लेकर बात हुई।
  • लेकिन अखिलेश यादव की रथ यात्रा पर कोई चर्चा नहीं हुई।
  • मुलायम ने 24 अक्टूबर को सभी विधायकों की मीटिंग भी पार्टी ऑफिस पर बुलाई है।

अखिलेश से नाराज मुलायमः

  • सूत्रों के मुताबिक, मुलायम के घर हुई मीटिंग में अखिलेश यादव के अलग पार्टी बनाए जाने की चर्चाओं पर बात हुई।
  • ये बात भी सामने आई है कि मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव से नाराज चल रहे हैं।
  • बैठक में सपा सुप्रीमो ने कहा कि उन्‍होंने कई दिनों से अखिलेश से बातचीत नहीं की है।
  • इसके साथ ही शिवपाल ने पार्टी की यूथ ब्रिगेड के अहम पदों पर अपने चहेतों को बैठा दिया।

शिवपाल ने क्‍या कहा?

  • शिवपाल यादव ने बाद में कहा- ‘पार्टी की स्टेट एग्जीक्यूटिव की मीटिंग में राजनीतिक प्रस्‍ताव पास हुए हैं।’
  • ‘कल सीएम की मीटिंग में बुलाया जाएगा तो वहां भी जाऊंगा।
  • आखिर मैं भी तो विधायक हूं। 3 नवंबर को सीएम की यात्रा में भी शामिल रहूंगा।’

सीएम से मिलने पहुंच वरिष्ठ नेताः

  • आज समाजवादी पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता सीएम अखिलेश यादव से मिलने उनके आवास पर पहुंचे हैं।
  • बेनी प्रसाद वर्मा, रेवती रमण सिंह, नरेश अग्रवाल सीएम से मुलाकात करने के लिए उनके आवास पर पहुंच चुके हैं।
  • सपा उपाध्यक्ष किरणमय नंदा 5 कालीदास मार्ग स्थित आवास पर सीएम से मुलाकात करेंगे।
  • माना जा रहा है कि इस बैठक के जरिये पार्टी के वरिष्ट नेता पारिवारिक विवाद को थामने की कोशिश करेंगे।
  • मालूम हो कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कल अपने आवास पर सभी विधायकों की बैठक बुलाई है।
  • इससे पहले आज सपा राज्य कार्यकारिणी की बैठक में मुख्यमंत्री की टीम के कई नेता नहीं पहुंचे थे।
  • नरेश उत्तम, एसआरएस यादव, अरविंद सिंह गोप, राजेंद्र चौधरी और अहमद हसन कार्यकारिणी बैठक में शामिल नहीं हुए।

बेनतीजा समाप्त हुई बैठकः

  • मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आवास पर चल रही सपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक समाप्त हो गयी है।
  • बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के आवास पर चल रही यह बैठक बेनतीजा समाप्त हो गयी।
  • समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मनाने में कामयाब नहीं हो पायें।

पार्टी से निकाले जाने का कोई अफसोस नहीं-उदयवीरः

  • समाजवादी पार्टी से बर्खास्त एमएससी उदयवीर ने अपनी बर्खास्तगी पर प्रतिक्रिया दी है।
  • उदयवीर सिंह ने कहा कि पार्टी से बर्खास्तगी का मुझे कोई अफसोस नही हैं।
  • उन्होंने कहा कि नेताजी को लिखी गई चिट्ठी पर मैं अब भी कायम हूं।
  • इसके साथ ही उदयवीर ने कही कि कुछ लोग हैं जो नेताजी तक सही बात नहीं पहुंचने दे रहें हैं।
  • उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि नेताजी मुख्यमंत्री के साथ न्याय करेंगे।
  • एमएलसी ने कहा मैं मुख्यमंत्री के साथ हूं और साथ रहूंगा।
  • नेताजी को गाली देने वाले आज पार्टी में हैं और जिसने चिट्ठी लिखी वो बाहर हैं।

क्या है चिट्ठी विवाद?

  • उदयवीर सिंह ने मुलायम को लेटर लिखकर कहा था, ‘अखिलेश यादव की सौतेली मां साधना हमेशा से उन्हें नीचा दिखाती रही हैं।’
  • इस बार उन्होंने शिवपाल यादव के कंधे से निशाना लगाया है।
  • शिवपाल यादव 2012 के चुनावों में जीत के बाद से सीएम बनने का सपना देख रहे थे, लेकिन वो पूरा नहीं हो पाया।
  • इसीलिए शिवपाल भी अखिलेश से जलते हैं।
  • अखिलेश की सौतेली मां शिवपाल को सामने करके इस तरह का घिनौना काम करवा रही हैं।
  • शिवपाल ने बिना किसी का पक्ष सुने उन लोगों को निकाल दिया है, जो पार्टी के साथ कई साल से जुड़े थे।
  • ऐसी मानसिकता समाजवादी विचारधारा की नहीं हो सकती है।
  • इससे साफ है कि कहीं न कहीं सीएम और उनसे ताल्लुक रखने वाले हर शख्‍स के खिलाफ साजिश रची गई है।
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