आज पूरे देश भर में रामनवमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। रामनवमी का त्यौहार प्रत्येक वर्ष चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि को मनाया जाता है. हिंदु धर्म शास्त्रों के अनुसार आज के दिन ही भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था अतः रामनवमी का यह पर्व भारत देश में भगवान राम के प्रति आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है. वहीँ आज के दिन भगवान राम जन भूमि अयोध्या नगरी में राम जन्म उत्सव की धूम के चलते लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है.

अयोध्या नगरी में लाखों श्रद्धालुओं की जुटी भीड़ : 

आज फैजाबाद की अयोध्या नगरी में रामनवमी का यह पर्व बड़े ही श्रद्धा भाव से मनाया जा रहा है. आज सुबह से ही श्रद्धालु मंदिरों में प्रभु श्रीराम के दर्शन पूजन के लिए आ रहे हैं. इस अवसर पर भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में श्रद्धा का सागर उमड़ पड़ा है. वहीँ लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश के अलग-अलग जगहों से भगवान राम के लिए अयोध्या नगरी पहुँच रहे हैं.

 

 

ब्रह्म मुहूर्त में सूर्योदय के पहले से ही श्रद्धालु पवित्र सरयू नदी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं और एक अनुमान के मुताबिक करीब 15 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके हैं। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। राम जन्मोत्सव का मुख्य आयोजन कनक भवन में हो रहा है। भगवान श्रीराम प्रतीकात्मक रुप से जन्म ले चुके हैं। मंदिरों में बधाइयां गीत का गायन चल रहा है।

सरयू नदी में स्नान करने पहुँच रहे श्रद्धालु :

आपको बता दें कि अयोध्या की सरयू नदी में भगवान श्री राम स्नान करने को आते थे और इसलिए हिन्दू धर्म में इस नदी का महत्व काफी ज्यादा है. वहीँ महत्व का वर्णन करते हुए रामचरित मानस में लिखा है-अवधपुरी मम् पुरी सुहावन। उत्तर दिश बह सरयु पावन।। यानी अयोध्या के उत्तर दिशा में उत्तरवाहिनी सरयू नदी बहती है.

ऐसी कथा है कि भगवान राम ने अपनी लीला दिखाते हुए लक्ष्मण जो को एक बार बताया था कि सरयू नदी और अयोध्या नगरी इतनी पावन है हर दिन सभी तीर्थ इसके दर्शन और स्नान के लिए आते हैं। सरयू नदी में स्नान करने मात्र से सभी तीर्थों में स्नान का पुण्य मिल जाता है.

मानक के विपरीत खनन से हो रहा किसानों का फसल बर्बाद

आपको बता दें की सरयू नदी की ऐसी मान्यता भी है कि भगवान राम ने एक बार लक्ष्मण जी को बताया था कि सरयू नदी में स्नान करने मात्र से सभी तीर्थों में स्नान का पुण्य मिल जाता है। इसी विश्वास के कारण श्रद्धालु सरयू स्नान और रामलला के दर्शन के लिए आते हैं। रामनवमी के दिन यहां स्नान और दर्शन का बड़ा महत्व है।  इस अवसर पर भगवान श्रीराम लला का श्रृंगार किया जाता है और नई पोशाक भेंट की जाती है। प्रसाद के लिए पंजीरी और पंचामृत का भोग लगाया जाता है.

आपको बता दें कि इसी आस्था और विश्वास के कारण श्रद्धालु सरयू स्नान और रामलला के दर्शन के लिए यहां आते हैं। रामनवमी के दिन यहां स्नान और दर्शन का बड़ा महत्व है। रामनवमी के अवसर पर अयोध्या के कनक भवन में भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा. इस अवसर पर भगवान श्रीराम लला का श्रृंगार किया जाएगा और नई पोशाक भेंट की जाएगी. प्रसाद के तौर पर एक क्विंटल पंजीरी और 51 लीटर पंचामृत का भोग लगाया जाएगा.

सबके साथ गुंडों और माफियाओं का भी हो रहा विकासः SP महोबा

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें