आठ नवम्बर को प्रधानमंत्री ने 500 और 1000 रूपये के नोट बंद करने की घोषणा की. इसके बाद आम हो या ख़ास, सभी परेशानी से जूझ रहे है. इस परेशानी से रणजी खिलाड़ी भी गुज़र रहे है. उनकी समस्या ये है कि वो क्रिकेट खेले या फिर एटीएम के बाहर लाइन लगायें.

मैच भी खेलना है, खर्च भी चलाना है-

  • नोटबंदी का असर अब रणजी ट्राफी मुकाबलों पर भी साफ़ दिखाई दे रहा है.
  • खिलाड़ियों के सामने सबसे बड़ा सवाल ये है कि वो मैच खेले या अपने खर्चे के लिए एटीएम के बाहर खड़े रहे.
  • रणजी खिलाड़ियों को ऐसे होटल में ठहराया गया है जहाँ उन्हें दिन और रात का खाना नहीं मिलता है.
  • ऐसे में उनकी परेशानी और बढ़ गई है.
  • पास में नकदी नहीं होने के कारण उन्हें ऑनलाइन भुगतान कर रहे है.
  • टीम मैनेजमेंट ने खिलाड़ियों से अपना बिल का भुगतान खुद करने को कहा है.
  • मैनेजमेंट ने कहा है कि बाद में उन्हें भुगतान कर दिया जायेगा.
  • साथ ही खिलाड़ियों को एटीएम की क़तर में न लगने की हिदायत भी दी है.
  • मैनेजमेंट के अनुसार खिलाड़ियों को कोई लोग पहचानते हैं, इससे भगदड़ की स्थिति पैदा हो सकती है.

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