बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में स्थानीय अदालत ने 5 साल की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने साफ किया है कि इस दौरान वे अगला चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। न्यायलय के इस फैसले के बाद से देश में तनाव का माहौल बन गया है। बदल रहे माहौल को देखते हुए ढाका पुलिस ने नोटिस जारी कर कई लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। साथ ही कई जगह रैपिड एक्शन बटालियन और आर्म्ड पुलिस फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं।

पूर्व पीएम के 1000 समर्थक गिरफ्तार :

स्थानीय अदालत का फैसला आने के पहले ही ढाका पुलिस ने पूर्व पीएम खालिदा के करीब 1000 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए खालिदा समर्थकों में कई पार्टी के कई सीनियर लीडर्स भी शामिल हैं। इस मामले पर बीएनपी ने सरकार पर आरोप लगाया कि खालिदा को चुनाव से दूर रखने के लिए ये सत्ताधारी दल की साजिश है। मुख्य विपक्षी दल ने ऐलान किया कि वह जल्द ही सजा के खिलाफ सड़कों पर इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करने उतरेगी।

गबन का है आरोप :

72 साल की पूर्व पीएम खालिदा के साथ ही उनके बेटे और बीएनपी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट तारिक रहमान के अलावा 5 अन्य लोगों पर 1.62 करोड़ रुपए के गबन का आरोप लगा है। इनके द्वारा ये रकम जिया ऑर्फनेज ट्रस्ट को विदेश से दान के रूप में दी गयी थी। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्ताधारी पार्टी अवामी लीग ने कहा कि बीएनपी ने फैसले को लेकर उपद्रव फैलाने की कोशिश की तो उनके पार्टी कार्यकर्ता स्थानीय पुलिस की मदद करने के लिए हमेशा तैयार हैं। स्थिति वर्तमान समय में कंट्रोल में है। अगर कुछ भी आ तो पुलिस उससे निपटने को तैयार है।

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें