लगातार बढ़त बना कर रखने वाले वाली आरएलडी की उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने कैराना लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करवा दी हैं। उन्होंने भाजपा की मृगांका सिंह को भारी मतो से हराया था। समाजवादी और आरएलडी गठबंधन प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने उपचुनाव जीत लिया हैं। उनका मुकाबला भाजपा की मृगांका सिंह से था। तबस्सुम हसन ने मृगांका सिंह को 55 हजार वोटो से हराया है। सपा और रालोद की इस जीत पर पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट कर जीते हुए प्रत्याशियों को बधाई दी है। भाजपा की उपचुनावों में लगातार करारी हार पर अब उनकी पार्टी में बागी सुर उठने लगे हैं।

गठबंधन की ताकत के सामने विफल भाजपा:

कर्नाटक के बाद अब यूपी के कैराना और नूरपुर में भी भाजपा गठबंधन के सामने कमजोर पड़ती नजर आ रही हैं। खुद सीएम योगी ने इन चुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए कई रैलियां की थी। इतना ही नहीं मतदान से एक दिन पहले पीएम मोदी ने भी बागपत में जनसभा की थी। हालाँकि उस जनसभा का उद्देश्य एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करना था लेकिन भाजपा ने पीएम के इस दौरे को उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी की जीत को सुनिश्चित करने के लिए इस्तेमाल किया था लेकिन इन रैलियों का असर भी विपक्षियों के गठबंधन के सामने बेअसर होता नज़र आ रहा हैं।

भाजपा विधायक ने खोला मोर्चा :

हरदोई के गोपामऊ से भाजपा विधायक श्यामप्रकाश ने नूरपुर विधानसभा और कैराना लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी की हार को लेकर सोशल मीडिया पर सरकार और संगठन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। श्यामप्रकाश पहले भी प्रेसवार्ता में सीएम योगी को निरीह बता चुके हैं। श्यामप्रकाश ने कहा था कि मुख्यमंत्री पर संगठन का दबाव है और इसके चलते वह सहजता से कार्य नहीं कर पा रहे हैं। उपचुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद विधायक ने अपने मन की बात सोशल मीडिया पर एक कविता के माध्यम से लिखी। उन्होंने लिखा कि पहले गोरखपुर, फूलपुर, अब कैराना और नूरपुर में भाजपा की हार का हमें दुख है। उन्होंने इस पोस्ट में मुख्यमंत्री को फिर से असहाय बताया। मोदी के नाम पर राज तो मिल गया, लेकिन जनता के मन का काज फिर भी न कर सके।

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