गुड़हल के फूल को हिन्दू धर्म में पवित्र माना गया है। आयुर्वेद में भी गुड़हल के पेड़ को एक औषधि के रूप माना जाता है इसकी जड़ से लेकर फूल तक हर चीज से किसी न किसी बीमारी का इलाज है चाहे वो शरीर में खून की कमी हो,बालो की झड़ने की परेशानी हों, बालो की सफेदी हो, भूलने की आदत हो, चेहरे के मुहासे हो,या मुह के मुहासे हो गुड़हल इन सभी रोगों से निजात दिलाने में कारगार हैं.

जानिएं गुड़हल की चाय बनाने की विधि :

  • थोड़े से गुड़हल के सूखे हुए फूल व एक कप दालचीनी, एक टुकड़ा अदरक, शहद और खजूर का गुड़ स्वादनुसार.
  • 4 कप पानी में गुड़हल का फूल, दालचीनी का टुकड़ा और अदरक के टुकड़े को उबालें.
  • पांच मिनट तक इसे उबलने दें और उबलने के बाद इसे चूल्हे से उतार कर ढक दें.
  • कुछ मिनट तक इसे ऐसे ही छोड़ दें फिर दालचीनी और अदरक के टुकड़ों को अच्छे से निचोड़कर पानी को छान लीजिये.
  • आप स्वाद के लिए शहद या खजूर के गुड़ को मिला सकती हैं.
  • ठंडा होने पर इसका इस्तमाल करें .
  • गुड़हल की चाय बहुत फायदेमंद होती हैं

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