गुरुवार के दिन भारत ने श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी- सी33 से INNSS-1G लॉन्च किया। जीपीएस जैसी क्षमता हासिल करने की दिशा में आखिरी कदम बढ़ाते हुए इसरो ने यह सैटेलाइट लॉन्च किया। इसी के साथ भारत अमेरिका और रूस की कतार में शामिल हो गया है।
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- प्रधानमंत्री ने भारतीय वैज्ञानिकों को INNSS-1G की लॉन्चिंग पर बधाई दी।
- प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा, ‘अब हमारे रास्ते हम तय करेंगे. कैसे जाना है, कैसे पहुंचना है, ये हमारी अपनी तकनीक के माध्यम से होगा।
- इस सेटेलाइट से न सिर्फ भारत के दूर दराज के इलाकों की सही लोकेशन पता चल पाएगी, बल्कि यातायात भी काफी आसान हो जाएगा।
- इस तरह की प्रणाली को यूरोपीय संघ और चीन भी साल 2020 तक ही विकसित कर पाएंगे, लेकिन भारत ने यह कामयाबी आज ही हासिल कर ली।
- बताया जा रहा है कि इस ओर हर सैटेलाइट की लागत 150 करोड़ रुपये के करीब है।