विकेटकीपर में भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम सबसे पहले आता है. जिस देश में क्रिकेट को धर्म की तरह माना जाता है उस देश को महेंद्र सिंह धोनी ने विकेटकीपिंग को एक नयी परिभाषा दी है. आइये ऐसे ही कुछ विकेटकीपरों से रूबरू होते हैं

विश्व कप का हिस्सा रहे “सयैद किरमानी” :

भारत में पहली बार विश्व कप जीतने के बाद धोनी के बाद सयेद किरमानी का नाम आता है.

  • सयैद किरमानी टेस्ट क्रिकेट के दुसरे सबसे सफल विकेटकीपर है.
  • भारत के लिए किरमानी ने करीब 88 मैच खेले हैं जिसमे करीब 160 कैच और 38 बार स्टंपिंग की है.
  • इसके साथ ही किरमानी ने अब तक कुल 2,759 रन बनाये है.

भारत के सफल विकेटकीपरो में “किरन मोरे” तीसरे स्थान पर है :

  • भारत के लिए मोरे ने कुल 49 टेस्ट मैच खेले है.
  • हालाँकि किरन मोरे कभी मैच में शतक नहीं लगा पाये है.
  • टेस्ट क्रिकेट में उनका अब तक का सबसे ज्यादा स्कोर 73 ही रहा है.
  • मोरे द्वारा खेले गये मचों में उन्होंने कुल 1285 रन बनाए है

भारत के सफल विकेटकीपेरो में “नयन मोंगिया” चौथे स्थान पर है :

  • भारत के लिए मोंगिया ने कुल 44 टेस्ट मैच खेले है.
  • मोंगिया ने टेस्ट में एक शतक और छह अर्धशतक लगाये है.
  • उनका अब तक का सर्वोच्च स्कोर 152 रहा है

मोंगिया क बाद ऐसे कई नाम भारत के सफल विकेटकीपरो की सूची में शामिल है

  • इस सूची में एक नाम “फारूख इंजीनियर” का भी है
  • इंजीनियर ने भारत के लिए 46 टेस्ट मैच खेले जिनमे 16 स्टंपिंग और 66 कैच अपने नाम दर्ज किये है.
  • इंजीनियर ने कुल 2611 रन बनाये है जिनमे 2 शतक और 16 अर्धशतक शामिल है.
  • इनका सर्वोच्च स्कोर अब तक का 121 है.
  • 30 का औसत पार करने वाले वह धोनी के बाद दुसरे विकेटकीपर है
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