2019 के लोकसभा चुनावों की सभी पार्टियों ने तैयारियाँ शुरू कर दी है। इसी क्रम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों से मुलाकात कर संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है। सपा और बसपा के बीच अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है जिसे लेकर दोनों पार्टियाँ गहन मंथन कर रही हैं। इस बीच बसपा सुप्रीमों मायावती ने अपनी पहुंच बढ़ाते हुए हरियाणा की इंडियन नेशनल लोकदल से गठबंधन कर लिया है। इसके साथ ही अब तीसरे मोर्चे के नेता का फैसला हो गया है।

INLD ने की प्रेस कांफ्रेस :

चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता में INLD नेताओं ने कहा कि बसपा से हमारा गठबंधन तीसरे मोर्चे की नींव रखने वाला है। प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। भाजपा ने हरियाणा को 3 बार जलने का मौक़ा दिया है। अभय चौटाला ने गैर भाजपा दल के साथ गैर कांग्रेस दल बनाने की बात कह दी हों लेकिन इस मसले पर सपा और बसपा की राय अलग है। सपा प्रमुख कह चुके हैं कि 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए महागंठबंधन तैयार होगा जिसमें कांग्रेस पार्टी भी शामिल होगी। वहीं मायावती और अभय चौटाला की पार्टी के बीच हुए गठबंधन के बाद साफ है कि यह तीसरा मोर्चा गैर-बीजेपी व गैर-कांग्रेस होगा।

मायावती होंगी गठबंधन की नेता :

हरियाणा में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए INLD के नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए तीसरे मोर्चे की नींव रखी गयी है। उन्होंने कहा कि इस मोर्चे में गैर कांग्रेसी और गैर भाजपाई दलों को साथ में लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि स्व. चौधरी देवी लाल ने कांग्रेस मुक्त भारत का नारा दिया था जिसमें वह सफल रहे थे। अब देश को भाजपा और कांग्रेस से मुक्त कराने का समय आ गया है। इसके अलावा तीसरे मोर्चे की नेता के रूप में उन्होंने इस बार सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की जगह मायावती के नाम का ऐलान किया।

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