पूर्व हेवीवेट चैम्पियन मोहम्मद अली का देहांत हो गया। वो 74 साल के थे। कई दिनों से वो अरिजोना के हॉस्पिटल में भर्ती थे।

पूर्व हेवीवेट चैंपियन ने रिंग में अपने सामने किसी को नहीं टिकने दिया लेकिन आखिरकार जिंदगी और मौत की इस अंतिम लड़ाई में वो हार गए।

उनके परिजनों ने बताया था कि पिछली बार जब वह अस्पताल गए थे तब की तुलना में इस बार उनकी समस्या अधिक गंभीर थी। आगे उन लोगों ने बताया कि अली सांस लेने में तकलीफ की समस्या से जूझ रहे थे। जो पार्किंसन की उनकी बीमारी के कारण अधिक जटिल हो गई थी। पेशाब संबंधी परेशानी के बाद भी इन्हे 2015 में अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। निधन के बाद उनके जन्मस्थल लुईविले में सभी झंडे आधे झुका दिए गए। लुईविले के मेयर ने अली को सम्मान देने के लिए झंडे झुकाने के आदेश दिए हैं।

1980 के दशक में उनकी इस बीमारी का पता चला था तब से इसका चल रहा था। अली के प्रवक्ता बाब गुनेल ने गुरुवार के शुरू में एक प्रेस रिलीज भेजकर बताया था कि इस पूर्व हैवीवेट चैंपियन के सांस की तकलीफ के कारण एक अज्ञात अस्पताल में इलाज चल रहा था जहाँ इस बीमारी के बाद अली ने अपनी आखिरी सांस ली।

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