तमिलनाडु के छात्र रिफत शाहरुख की खुशी उस वक्त देखते ही बनी जब उसके द्वारा बनाया गया दुनिया का सबसे छोटा व हल्का सैटेलाइट ‘Kalam SAT’ का आज सफल प्रक्षेपण हुआ। यह भारत को गौरान्वित करने वाला क्षण है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने आज वालोप्स अंतरिक्ष केंद्र से एसआर-4 रॉकेट के जरिए कलाम सैट उपग्रह का प्रक्षेपण किया।
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चेन्नई के छात्र ने सैटेलाइट बनाकर किया कमाल :
- तमिलनाडु के छात्र रिफत शाहरुख (18 साल) ने दुनिया का सबसे हल्का सैटेलाइट का निर्माण किया है।
- छात्र ने यूएस स्पेस एजेंसी नासा और आईडूडललर्निंग इंक (ग्लोबल एजुकेशन कंपनी) के सामूहिक तत्वाधान में आयोजित ‘क्यूब्स इन स्पेस’ कॉन्टेस्ट के दौरान इस सैटेलाइट को बनाया।
- इस प्रतियोगिता में 57 देशों की टीमों ने उपग्रहों की 86 हजार डिजाइनें दिखायी थीं।
- जिसमें रिफत शाहरुख के उपग्रह का चयन किया गया।
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पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम के नाम पर रखा सैटेलाइट का नाम :
- 18 वर्षीय छात्र रिफत ने इस सैटेलाइट का नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा है।
- छात्र ने इस सैटेलाइट का नाम Kalam SAT है।
- इस सैटेलाइट का वजन 64 ग्राम है और ये स्मार्टफोन से भी हल्का है।
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रिइनफोर्स्ड कार्बन फाइबर पोलीमर का बना हे ये सैटेलाइट :
- छात्र रिफत ने इस सैटेलाइट पर जानकारी देते हुए बताया कि यह रिइनफोर्स्ड कार्बन फाइबर पोलीमर का बना हुआ है।
- इस उपग्रह का काम 3डी प्रिंटेड कार्बन फाइबर के कार्य का प्रदर्शन करना है।
- इसमें तापमान और रेडिएशन स्तर को मापन के लिए सेंसर लगे हुए हैं।
- ये 12 मिनट की फ्लाइट में टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर की तरह काम करेगा।
- यह भविष्य में किफायती अंतरिक्ष मिशन की योजना के लिए प्रोत्साहन प्रदान करेगा।
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