डॉक्टर-नर्स मरीजों को छोड़कर नाच गाने में रहे व्यस्त
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डॉक्टर-नर्स मरीजों को छोड़कर नाच गाने में रहे व्यस्त 

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डॉक्टर-नर्स मरीजों को छोड़कर नाच गाने में रहे व्यस्त 

मेरठ के सरकारी में अस्पताल के डॉक्टर, नर्स सब मरीजो को छोड़ कर अस्पताल के रिटायर हुए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बहादुर की विदाई में ढोल नगाड़े का मजा लेते नजर आए, सारे कर्मचारी ढोल-नगाड़े पर डांस कर रहे थे इधर मरीजों को वापस भेजा जा रहा था. मामले को बढ़ता देख यह सभी लोग वापस लौट गए, जब हमारे संवादाता ने इनसे बात करने की कोशिश की तो यह मामले को टालते नजर आए. डॉक्टरों ने कैमरे के सामने कोई प्रतिक्रिया नही दी.

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विदाई समारोह में अातिशबाजी व ढोल नगाड़े के साथ लापरवाही

प्रदेश के सरकारी अस्पतालों की हालत किसी से छुपी नहीं है. प्रदेश के अस्पतालों के परिसर शादी समारोह के मामले यदा- कदा सामने आते ही रहते है लेकिन इस बार का मामला थोड़ा सा अलग है. हालांकि इस समारोह में ढोल नगाड़े भी खूब बजे, ढोल-नगाड़ों के साथ  इमरजेंसी वार्ड के सामने डांस किया और जमकर आतिशबाजी भी की गई , जब इस संबंध में चिकित्साधिकारी से बात की गई तो वो मामले को टालते नजर आए और उन्होंने कैमरे के सामने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.

खबर से सम्बंधित वीडियो यहां देखे

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मरीजों को वापस भेज ढोल नगाड़े की धुनों का मजा लेने में मस्त…

दरअसल, मेरठ के जिला अस्पताल का एक वीडियो सामने आया है. जहाँ इमरजेंसी वार्ड के बाहर जिसमें ढोल नगाड़े बजते दिख रहे है. इस वीडियो में एक बुजुर्ग व्यक्ति है, जिसे लोगों ने फूलों की माला पहनाई हुई है और उस व्यक्ति की तस्वीरें खींची जा रही है. जानकारी के मुताबिक अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी रिटायर हुआ था. जिनका नाम बहादुर हैं. उन्हीं के विदाई समारोह में ये ढोल बजाए जा रहे थे.

अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखने वाले डॉक्टर, नर्से और वार्डबॉय सभी उन ढोल नगाड़ों की धुनों का मजा ले रहे है. जबकि उन्हें मरीजों के पास होना चाहिए था. डॉक्टर ढोल-नगाड़ों में मजे ले रहे थे तो वही मरीजों को वापस भेजा जा रहा था.

डॉक्टर मामले को टालते नजर आए

वहीं इस बाबत डॉक्टर पीके बंसल से पूछा गया तो उन्होंने मामले की जानकारी ना होने का बहाना बताया और मामला टालते नजर आए. यह पहली बार नही है कि अस्पतालों की लापरवाही सामने आई हो.

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