एक बार फिर डोप टेस्ट की वजह से ओलंपिक खेलों में छह पदक विजेताओं समेत नौ एथलीटों को अयोग्य ठहरा दिया गया है. डोप के नमूने की दोबारा जांच में विफल रहने के बाद इन एथलीटों से मेडल्स वापस लिए गए हैं.

प्रतिभागियों का हुआ दोबारा डोप टेस्ट-

  • अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने एथलीटों पर ताजा प्रतिबंधों की घोषणा अपने फैसले में की.
  • इन एथलीटों के भंडारित नमूने डोप में सकारात्मक पाए गए, जब सुधरे हुए तरीके से उसकी दोबारा जांच की गई.
  • चार एथलीटों से सिल्वर मेडल छीन लिया गया जबकि दो एथलीटों से ब्रॉन्ज मेडल छीना गया.
  • ये पदक वेटलिफ्टिंग, कुश्ती और महिलाओं के स्टीपलचेज में जीते गए थे.
  • सभी छह एथलीट पूर्व सोवियत देशों- रूस, बेलारूस, यूक्रेन, उज्बेकिस्तान और कजाकिस्तान से आते हैं.
  • इन सभी के खून के नमूने में प्रतिबंधित स्टेरॉयड की मात्रा पायी गई है.

छीने पदक –

  • बीजिंग ओलंपिक 2008 के 6 पदक विजेताओं के नमूनों की पुन: जांच में प्रतिबंधित दवाओं के सेवन की पुष्टि हुई.
  • इसके बाद अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने उनके पदक वापस ले लिए हैं.
  • आईओसी ने इसकी जानकारी दी.
  • आईओसी ने 9 डोप के दोषी खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की है.
  • इसमें स्पेन के बाधा दौड़ खिलाड़ी जोसफाइन किरूका ओनिया, क्यूबा के लांग जंपर विलफ्रेडो मार्टिनेज और अजेरी के भारोत्तोलक सरदार हसानोव शामिल हैं.

 

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