यूं तो देश और दुनिया में हर चीज को चिन्हित करने के लिए उनके नाम होते हैं। चाहे किसी देश का नाम हो, शहर का नाम हो, किसी वस्तु का नाम हो या भारत के बच्चों का गोलू, मोलू, चिंटू, पिंटू नाम हो। नाम तो नाम होता है अब उसपर क्या हंसना और खिसियाना। देखो जी हमारे देश में रिश्तों और नाम की बहुत ही कद्र है यकीन न हो कुछ रेलवे स्टेशनों को दौरा कर लेना खुद ही जान जाओगे कि क्या होती है रिश्तों की अहमियत…

ये रहे रिश्तों पर बने रेलवे स्टेशनों के नाम…

बाप :

bap station

  • बात करते हैं फैमिली के पहले अक्षर F से, मतलब फादर से, जिसे हिंदी में कुछ लोग बाप भी कहते है।
  • परिवार के इस अहम सदस्य के नाम से रेलवे स्टेशन है जिसका नाम बाप है।
  • तो अबसे अगर कभी ट्रेन से गुजरते हुए इस स्टेशन का सामना हो तो ये मत कहना कि अरे बाप रे…बाप के नाम से रेलवे स्टेशन भी है।
  • यह राजस्थान मे उत्तर – पश्चिम रेलवे के बीकानेर डिवीजन मे आता है।

बीबीनगर :

bibinagar station

  • बाप की बात करने के बाद अागे बढ़ते हैं बीबी की तरफ।
  • अब तक आप भले ही बीबी के साथ घूमे हों या बीबी की ऊंगलियों पर नाचते हों।
  • पर कभी फुर्सत मिले तो एक बार बीबीनगर जरूर जाइएगा, यहां भी अच्छा मन लगेगा।
  • यह रेलवे स्टेशन दक्षिण मध्य रेलवे मे विजयवाड़ा डिवीजन के तेलंगाना में है।

साली :

sali station

  • जब बात बीबी की हो तो भला साली को कैसे भूल सकते हैं आखिर वो आधी घरवाली जो होती है।
  • इसीलिए शायद रेलवे के जानकारों ने बीबीनगर स्टेशन के बाद दूसरे स्टेशन का नाम साली रख दिया।
  • यह उत्तर पश्चिम रेलवे मे जयपुर डिवीजन में स्थित एक स्टेशन है।

रानी :

rani station

  • लगता है रेलवे के जानकार स्टेशन का नाम रखते-रखते ख्यालों की दुनिया में मल्लिका से मिलने जा पहुंचे।
  • और जब वो ख्यालों की मल्लिका से मिलकर घर वापसी किये मतलब स्टेशन पर वापसी किये
  • तो अपने दिल में बसाए मल्लिका का पर्यायवाची शब्द रानी छाप दिया इसी रेलवे स्टेशन पर।
  • यह स्टेशन राजस्थान के पाली के अंतर्गत आता है।

गुड़िया :

guriya station

  • रानी के ख्यालों वाली यात्रा से थोड़ा बाहर निकलिए देखिए गुड़िया आ गई।
  • इधर-उधर ज्यादा दिमाग मत लगाइए, देखिए अगला स्टेशन गुड़िया आ गया है।

नाना :

NANA station

  • जब बात गुड़िया की होगी तो उसके नाना को कैसे पीछे छोड़ दें आखिर सबका साथ सबका विकास नाम की भी तो कोई चीज है।
  • तो गुड़िया के बाद नाना स्टेशन पर जरूर जाइएगा, मन करे तो उतरकर पानी भी लीजिएगा।
  • यह स्टेशन पश्चिम रेलवे में राजकोट डिवीजन के अंतर्गत आता है।
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