2019 के लोकसभा चुनावों में काफी हैरान कर देने वाले नजारे देखने को मिलेंगे। एक तरफ जहाँ भाजपा पर सत्ता में वापसी का दबाव रहेगा तो वहीँ दूसरी तरफ सपा-बसपा गठबंधन मोदी लहर को रोकने में अपनी पूरी ताकत लगा देगा। इस बार के लोकसभा चुनावों में कुंडा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ राजा भैया के छोटे भाई अक्षय प्रताप सिंह के चुनाव लड़ने की खबरें आ रही हैं। इसके अलावा जिस लोकसभा सीट से वे चुनाव लड़ेंगे, उस लेकर नई चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।

राजा भैया ने कभी नहीं लड़ा चुनाव :

प्रतापगढ़ के कुंडा से राजा भैया हमेशा निर्दलीय चुनाव जितते रहे हैं। राजा भैया ने कभी भी सांसद के चुनाव में दावेदारी नहीं की और भविष्य में कभी लड़ने के संकेत भी नहीं दिये हैं। वर्तमान समय प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर अपना दल के कुंवर हरिवंश सिंह का कब्जा है। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी और अपना दल के गठबंधन से चुनाव लड़ा था। अपना दल को दो सीट मिली थी और दोनों ही सीट पर अपना दल को जीत मिली थी। प्रतापगढ़ के अतिरिक्त मिर्जापुर से खुद अनुप्रिया पटेल सांसद है। चर्चाएँ हैं कि इस बार अपना दल की जगह राजा भैया के भाई इस चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं। हालाँकि इसके बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है।

2004 में जीत चुके हैं चुनाव :

राजा भैया के चचेरे भाई अक्षय प्रताप सिंह ने 2004 में प्रतापगढ़ से लोकसभा चुनाव जीता था। इसके बाद 2009 में राजकुमारी रत्ना सिंह ने अक्षय प्रताप को चुनाव हरा कर सीट पर कब्जा किया था। राज्यसभा चुनाव के बाद से अखिलेश व राजा भैया के बीच की दूरी बढ़ गयी है। इससे मुमकिन है कि इस बार अक्षय प्रताप सिंह को सपा से टिकट नहीं मिले। ऐसे में राजकुमारी रत्ना सिंह पर सपा-बसपा गठबंधन दांव खेल सकता है। अब अक्षय प्रताप सिंह को चुनाव लडऩा होगा तो उनके पास बीजेपी के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। राज्यसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में वोट देकर राजा भैया सीएम योगी के खास बन गये हैं। ऐसे में सीएम योगी राजा भैया के चचेरे भाई को बीजेपी प्रत्याशी बनाने में मदद कर सकते हैं।

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