ईश्वर में श्रद्धा रखने वाले कुछ लोग रोजाना पूजा-पाठ करते हैं तो कुछ लोग विशेष दिन ही पूजा पाठ करते हैं। हिंदू धर्म में शनिवार को पूजा-पाठ का विशेष महत्व हैं। कई बाद जब लोगों ग्रह दशा ठीक नही होती है तो लोग इन दिन विशेष रूप से पूजा करते हैं। लेकिन शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे कच्चा दूध क्यों चढ़ाते हैं, आइए जानते हैं…

यह भी पढ़ें… घर में फैली नकारात्मक उर्जा को इस तरह बनाएं सकारात्मक!

 

 शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे कच्चा दूध चढ़ाने का महत्व :

  • प्रत्येक शनिवार को पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाते हुए अक्सर लोगों को देखा जाता है।
  • शनिवार को जल के साथ कच्चा दूध थोड़ा चढ़ाकर, सात परिक्रमा करके सूर्य, शंकर, पीपल- इन तीनों की सविधि पूजा करें।
  • साथ ही चढ़े जल को नेत्रों में लगाएं, और पितृ देवाय नम: भी 4 बार बोलें तो राहु+केतु, शनि+पितृ दोष का निवारण होता है।

यह भी पढ़ें… इस कारण से हुई थी बरगद के पेड़ से ऐश्वर्या की शादी!

रोजाना करें माता-पिता, गुरु एवं वृद्धजनों को प्रणाम :

  • सुबह उठते ही माता-पिता, गुरु एवं वृद्धजनों को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लेकर दिन को सफल बनाए।
  • रोजाना गाय को गुड़ और रोटी दिया करें।
  • संभव हो तो गाय का पूजन करके  ‘आज के दिन यह कामधेनु वांछित कार्य करेगी’ ऐसी प्रार्थना मन में करें।
  • घर आए मेहमानों की सेवा निष्ठा भाव से करनी चाहिए क्‍योंकि अतिथि को भगवान तुल्‍य माना गया है।
  • सुबह भोजन बनाते समय माताएं-बहनें एक रोटी एक रोटी अग्निदेव के नाम से बनाएं।
  • इस रोटी को घी तथा गुड़ के साथ बृहस्पति भगवान को अर्पित करें।
  • इससे घर में वास्तु पुरुष को भोग लग जाता है साथ ही अन्नपूर्णा भी प्रसन्न रहती हैं।

यह भी पढ़ें… वास्तुशास्त्र के अनुसार जानें सुबह क्या करें और क्या न करें…

महागायत्री के महामंत्र की नियमित साधना करें :

  • सुबह स्नान करके भगवान शंकर के शिवलिंग पर जल चढ़ाकर 108 बार ‘ॐ नम: शिवाय’ मंत्र की पूजा से युक्त दंडवत नमस्कार करना चाहिए।
  • स्नान के बाद सूर्यनारायण भगवान को लाल फूल चढ़ाकर हाथ जोड़कर प्रणाम करें।
  • पितृ दोष से मुक्ति के लिए नित्य महागायत्री के महामंत्र की नियमित साधना करें।
  • साथ ही श्री रामेश्वर धाम की यात्रा कर वहां पूजन करें।

यह भी पढ़ें… विश्व पर्यावरण दिवस 2017: सीएम योगी ‘एप’ और ‘टोल फ्री नंबर’ करेंगे लांच!

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें