क्या आपने पानी को तोड़ने की कोशिश की है…?? की ही होगी, लेकिन कभी टूटा नही होगा। आप हमेशा यही सोचते होंगे कि जब सब कुछ टूट सकता है, तो पानी क्यों नही…लगता है हमारे इस सोच को वैज्ञानिकों ने भाप लिया या वो भी यही सोचते होंगे, तभी तो पानी को तोड़ने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन के भौतिकविदों ने पानी से हाइड्रोजन और अॉक्सीजन को अलग करने का एक नया तरीका खोज निकाला है।

पानी को तोड़ने के लिए भौतिकविदों ने खोजा नया तरीका :

  • यूनिवर्सिटी के विज्ञप्ति के मुताबिक यह खोज पानी से हाइड्रोजन निकालने की प्राथमिक बाधाओं में से एक को दूर करती है।
  • जो भविष्य में स्वच्छ हाइड्रोजन ईंधन तैयार करने में यह तरीका बहुत प्रभावी हो सकता है।
  • इस दल के सभी सदस्यों में से एक पाउल सी डब्ल्यू चू ने इस पर जानकारी दी।
  • कहा कि ‘हाइड्रोजन सबसे स्वच्छ प्राथमिक ऊर्जा स्रोत है।
  • अगर कोई उत्प्रेरक की मदद से पानी में ऑक्सीजन के मजबूत बॉन्ड से हाइड्रोजन को अलग करें तो पानी हाइड्रोजन का सबसे प्रचुर स्रोत हो सकता है।
  • पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में अलग करने के लिए प्रत्येक तत्व के लिए दो प्रतिक्रिया की जरूरत होती है।

बिना कार्बन उत्सर्जन से हो सकता है हाइड्रोजन उत्पादित :

  • ऑक्सीजन के हिस्से के समीकरण के लिए प्रभावी उत्प्रेरक को प्राप्त करना मुख्य परेशानी का सबब होता है।
  • जिसे अनुसंधानकर्ताओं ने अब प्राप्त कर लिया है।
  • यह उत्प्रेरक लौह मेटाफॉस्फेट और एक कंडक्टिव निकेल फोम प्लेटफॉर्म का बना होता है।
  • अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक कि इन पदार्थों का मिश्रण मौजूदा समय के समाधान से ज्यादा प्रभावी और कम खर्चे वाला है।
  • यह परीक्षण में बहुत ज्यादा टिकाऊपन भी दिखाता है।
  • क्योंकि यह 20 घंटे और 10,000 चक्रों के बाद भी बिना किसी प्रतिक्रिया के संचालित होता है।
  • इस नए तरीके का इस्तेमाल करने का मतलब यह है कि अब बिना कार्बन उत्सर्जन के ही हाइड्रोजन उत्पादित किया जा सकता है।
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