समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने आखिरकार भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने नरेश अग्रवाल को भाजपा ज्वाइन कराई थी। सपा द्वारा राज्य सभा के लिए अपना टिकट काटे जाने से नरेश अग्रवाल दुखी थे। भाजपा ज्वाइन करते हुए उन्होंने ये भी साफ किया कि मैनें भाजपा से किसी भी राज्यसभा सीट की मांग नहीं की है और पार्टी मुझे जो भी काम देगी, मैं उसे शिद्दत के साथ निभाउंगा। नरेश अग्रवाल के सपा से भाजपा में जाने का असर राज्य सभा चुनावों में दिखेगा। इस बीच कुछ सपा विधायकों के नरेश अग्रवाल के संपर्क में होने की खबर आ रही है।

भाजपा में शामिल हुए नरेश अग्रवाल :

समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता नरेश अग्रवाल भाजपा में शामिल हो चुके हैं। नरेश अग्रवाल के साथ ही उनके बेटे और सपा विधायक नितिन अग्रवाल ने भी भाजपा ज्वाइन कर ली है। इसके अलावा भारी संख्या में हरदोई से नरेश अग्रवाल के समर्थक भाजपा ऑफिस पहुंचे और ज्वाइन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिना किसी शर्त पर भाजपा ज्वाइन की है। मैं पीएम मोदी से काफी प्रभावित हूँ। उन्होंने कहा कि रामगोपाल और मुलायम सिंह यादव का साथ कभी नहीं छोडूंगा। उन्होंने कहा कि मेरा समाज पहले से ही भाजपा के साथ है। वे 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। भाजपा उन्हें उनके गृहनगर हरदोई से चुनाव मैदान में उतार सकती है।

कई सपा विधायक कर सकते हैं क्रॉस वोटिंग :

नरेश अग्रवाल के सपा से जाने का खामियाजा पार्टी को राज्य सभा चुनावों में मिल सकता है। नरेश अग्रवाल पहले ही कह चुके हैं कि उनके पुत्र और वर्तमान सपा विधायक नितिन अग्रवाल भाजपा को वोट देंगे। इसके अलावा सूत्रों से खबर मिल रही है कि सपा के कुछ अन्य विधायक अभी भी नरेश अग्रवाल के संपर्क में है और राज्य सभा चुनाव में वे क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो बसपा प्रत्याशी भीमराव अम्बेडकर का राज्य सभा जाना मुश्किल हो सकता है।

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