2019 के लोकसभा चुनावों के पहले कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों में सभी पार्टियां लग गयी हैं। भाजपा जहाँ अपनी दोनों सीटों को वापस जीतने की तैयारी में है तो वहीँ विपक्ष एकजुट होकर भाजपा को हराने की कोशिश में लगा हुआ है। इन उपचुनावों में रालोद ने सपा और बसपा से गठबंधन माँगा है और कहा है कि जयंत चौधरी को यहाँ से प्रत्याशी बनाया जाये। इसके अलावा इन उपचुनावों में सपा और बसपा गठबंधन होने पर भी संशय बना हुआ है। इस बीच सपा के प्रदेश अध्यक्ष आजमगढ़ पहुंचे जहाँ उन्होंने बड़ा बयान दे दिया है।

गठबंधन लड़ेगा चुनाव :

आजमगढ़ पहुंचे सपा प्रदेश नरेश उत्तम पटेल ने 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस चुनाव में सपा अथवा बसपा नहीं बल्कि दोनों दलों का गठबंधन लड़ेगा। एक वैवाहिक समारोह में शामिल होने आये सपा प्रदेश अध्यक्ष का पार्टी नेताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आजमगढ़ से नेता जी का शुरू से ख़ास लगाव रहा है। यही कारण था कि उन्होंने अपना पिछला लोकसभा चुनाव मैनपुरी के साथ आजमगढ़ से भी लड़ा। दोनों स्थानों से जीतने के बाद मैनपुरी को छोड़कर आजमगढ़ के वे सांसद बने। हालाँकि 2019 का लोकसभा चुनाव वे किस सीट से लड़ेंगे, इसका फैसला वो स्वयं लेंगे। कैराना और नूरपुर उपचुनाव में सपा-बसपा का संयुक्त उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा और जीत दर्ज करेगा।

भाजपा पर बोला हमला :

मीडिया से बात करते हुए सपा प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि किसानों की सरकार होने का दावा करने वाले भाजपा राज में तो किसानों के धान, गन्ना आलू की फसल बर्बाद हो चुकी है। गन्ना किसानों का मिलों पर 11 हजार करोड़ रुपया बकाया है तो वहीं 40 प्रतिशत गन्ना अभी भी खेतों में पड़ा हुआ है। सरकार से पैसा मांगने पर किसानों पर लाठियां बरसाईं जा रही है। नौजवानों का भी इस सरकार ऐसा ही हाल कर रही है। न्यायपालिका, मीडिया सभी परेशान है। सीएम योगी दलितों के घर में भोजन करने का नाटक कर रहे है। जब बाबा साहब की प्रतिमाएं तोड़ी गई तो सरकार क्यों चुप्पी साध कर बैठ गई थी। चुनाव आते ही दलितों को लुभाने का प्रयास शुरू कर दिया गया है।

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