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मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम लगाने के लिए 500 और 1000 के नोटों को बंद कर दिया था. ऐसे में हर किसी को अपने पैसे बदलवाने के लिए लम्बी-लम्बी लाइनों में लगना पड़ा था. वहीँ जो अपने पैसे पहले बैंक में नहीं जमा करते थे, वे भी अपनी जमा पूंजी बैंक में जमा करने लगे हैं. फिलाल आज हम आपके लिए मोदी सरकार से जुडी एक ख़ास खबर ले कर आये हैं. जी हां केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट (undisclosed income) को नोट बंदी के बाद अब 2017 तक की अघोषित आय का ब्यौरा दे दिया है. जी हां आप भी हैरान हो जायेंगे ये ब्यौरा सुनकर. बता दें कि ये पैसा इनकम टैक्स (IT) डिपार्टमेंट की बड़े पैमाने पर की गई सर्चिंग और सर्वे के दौरान मिला है. आगे की जानकारी के लिए बने रहें हमारी खबर पर…

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अगले पेज पर पढ़ें ये पूरी खबर…

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नोटबंदी (undisclosed income) के दौरान जमा हुए इतने रूपये:

  • खबरों के मुताबिक फाइनेंस मिनिस्ट्री ने कोर्ट को 2017 तक की करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति का ब्यौरा दिया है.
  • उन्होंने बताया कि 9 नवंबर से 10 जनवरी तक नोटबंदी के दौरान 5400 करोड़ की अघोषित आय जमा हुई है.
  • वहीँ इसमें 303.367 किलो का सोना भी जब्त किया गया है.
  • बता दें कि सरकार ने 1 अप्रैल, 2014 से 28 फरवरी, 2017 तक की अघोषित आय का ब्यौरा दिया है.
  • जी हां सुप्रीम कोर्ट को मिले एफिडेविट के मुताबिक आईटी डिपार्टमेंट ने तीन सालों के दौरान 2,027 ग्रुप्स पर छापे मारे हैं.
  • आपको जानकार हैरानी होगी की इस छापे के दौरान 36,051 करोड़ से ज्यादा की अघोषित आय बरामद हुई है.
  • वहीँ साथ ही 2890 करोड़ की अघोषित संपत्ति को भी जब्त कर लिया गया है.

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3 सालों में लगातार जरी थे सर्वे:

  • बता दें कि कोर्ट को मिले एफिडेविट के मुताबिक, आईटी डिपार्टमेंट 1 अप्रैल, 2014 से लेकर 28 फरवरी, 2017 तक 15 हजार सर्वे कर चुकी है.
  • वहीँ इन सर्वे के दौरान 33 हजार करोड़ की अघोषित आय का पता चला है.
  • वहीँ मोदी सरकार नोटबंदी को एक बड़ा अचीवमेंट्स मान रही है.
  • सरकार का कहना है कि 9 नवंबर से शुरू हुई नोटबंदी के 2 महीनों के दौरान.
  • आईटी डिपार्टमेंट (undisclosed income) ने सख्त कदम उठाए हैं.

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