भक्त-भगवान का अनूठा प्रेम, लड्डूगोपाल को पुत्र मान भक्त करा रहा पढ़ाई

मथुरा-

भगवान भाव के भूखे हैं। अगर भक्तों की सच्ची लगन हो तो प्रभु भी अपने भक्त के साथ वैसा ही व्यवहार करते हैं। इतना ही नहीं भक्त उन्हें जिस रूप और संबंध में अपनाता है तो भगवान भी उसके साथ वही संबंध निभाते हैं। ऐसा ही अनूठा और जीवंत उदाहरण भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ास्थली श्रीधाम वृंदावन में सामने आया है। जहां एक भक्त भगवान लड्डू गोपाल जी को भगवान न मानकर अपना पुत्र मानते हैं। पुत्र की भांति ही उनका लालन-पालन कर रहे हैं और उनकी इच्छा के अनुसार उन्हें शिक्षा भी ग्रहण कर आ रहे हैं। दर्शको आप भी इन दृश्यों में देख सकते हैं कि लड्डू गोपाल जी अन्य छात्र-छात्राओं की तरह उनके साथ बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। इतना ही नहीं एक छात्र की तरह अपना स्कूली बैग, किताब कॉपी, खाने का टिफिन, पानी की बोतल आदि भी साथ लेकर आते हैं। ठाकुर जी का क्लास में बैठकर इस प्रकार पढ़ाई करना एक-दो दिन या कभी कभार का नहीं बल्कि 4 साल से यह क्रम जारी है। केवल कोरोनाकाल का समय छोड़कर। इन लड्डू गोपाल जी को अपना पुत्र मानने वाले ये भक्त राम गोपाल तिवारी है। जो कभी दिल्ली के गांधी नगर मार्केट में रेडीमेड के थोक कारोबारी थे। पर अब 7 साल से अपने पुत्र लड्डूगोपाल के साथ ब्रजवास कर रहे हैं। भक्त राम गोपाल तिवारी की मानें तो उनके पुत्र लड्डू गोपाल 31 साल के हो गए हैं। उनका कहना है कि उनका यह पुत्र ना सिर्फ अपनी इच्छा पूरी कराने के लिए उन्हें प्रेरित करता है बल्कि उन्हें पुत्र की तरह सहारा भी देता है। इनका कहना है कि पैर में तकलीफ होने के कारण वह सही ढंग से चल पाने में असमर्थ हैं। लेकिन लड्डू गोपाल जी के कंधे पर हाथ रख कर वह थोड़ी बहुत दूर चलना तो क्या परिक्रमा तक कर लेते हैं।

Report – Jay

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