2019 के लोकसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। भाजपा को घेरने के लिए बसपा से गठबंधन के बाद से सपा ने अपने पदाधिकारियों के साथ बैठक करना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही प्रत्याशियों के नाम पर भी मंथन का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस बीच सपा से निकाले गए एक बाहुबली नेता ने अपनी नयी राजनैतिक पार्टी बनाने के संकेत दिए हैं जिसके बाद नयी चर्चाएँ शुरू हो चुकी हैं।

विजय मिश्र बना सकते हैं नयी पार्टी :

राज्य सभा चुनावों में क्रॉस वोटिंग करने वाले निषाद पार्टी के एकलौते विधायक पंडित विजय मिश्र को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने निकाल दिया था और साथ हे उनके विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्स को पत्र लिखा था। अब निषाद पार्टी से निकाले जाने के बाद बाहुबली विजय मिश्र ने अपनी ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। बाहुबली विधायक विजय मिश्र ने दावा किया कि मुझे उम्मीद है, निषाद पार्टी कोई रजिस्टर्ड पार्टी नहीं है। उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद अपनी पार्टी बेच चुके है। नई पार्टी के गठन पर उन्होंने कहा कि अति पिछड़ो के भले के लिए पार्टी भी बनाई जा सकती है या फिर उस पार्टी की मदद की जाएगी जो अति पिछड़ो के लिए काम करेगी।

राज्य सभा चुनाव में की थी क्रॉस वटिंग :

यूपी की 10 राज्य सभा सीटों पर हुए चुनाव क्रॉस वोटिंग करने वाले निषाद पार्टी के टिकट पर ज्ञानपुर से बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को पार्टी से निकाल दिया गया है। पार्टी से निकाले जाने के बाद ही विजय मिश्र ने विवादित बयान दे दिया है। बाहुबली विधायक ने निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद को ग्रीडी डॉग (लालची कुत्ता) कह डाला है। उन्होंने कहा कि संजय निषाद स्वार्थ में किसी के भी सामने दुम हिला सकते हैं। भदोही जिले की ज्ञानपुर विधानसभा सीट से विधायक विजय मिश्रा ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा को वोट किया था। इसके बाद निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने अपने पार्टी के इकलौते विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विजय मिश्र को पार्टी से निकाल दिया।

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