देश में इस समय PNB घोटाले के 11,500 करोड़ रूपये के इस घोटाले ने सभी के होश उड़ा दिए हैं. इस मामले पर सीबीआई अलग-अलग जगह पर रेड कर गिरफ्तारी कर रही है. इसी बीच सीबीआई ने मुख्य आरोपी नीरव मोदी की फाइव स्टार डायमंड कंपनी के अध्यक्ष और फायर स्टार के CEO विपुल अंबानी को गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में यह पहली सबसे बड़ी गिरफ़्तारी है. वहीं दो मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी भारत छोड़ विदेश भाग गए है. भारत के क़ानून ने इनके खिलाफ भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.

सीबीआई कर रही जांच :

सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि “इस घोटाले में दर्ज अपनी दो प्राथमिकियों के सिलसिले में जांच एजेंसी ने चार अन्य वरिष्ठ कार्यपालक अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया। अंबानी को कार्यपालक सहायक कविता मानकीकर तथा वरिष्ठ कार्यपालक अधिकारी अर्जुन पाटिल के साथ, सीबीआई द्वारा दर्ज पहली प्राथमिकी के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है”. आपको बता दें, रिलायंस कंपनी के फाउंडर धीरू भाई अंबामी के छोटे भाई नटुभाई अंबानी के बेटे हैं. मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के चचेरे भाई विपुल अंबानी है, सीबीआई ‘‘लैटर्स ऑफ अंडरटेकिंग’’ 150 के तहत 6,498 करोड़ रूपए की जांच कर रही है.

सूत्रों ने बताया कि शेष दो व्यक्ति कपिल खंडेलवाल और नितेन शाही को जांच एजेंसी द्वारा दर्ज दूसरी प्राथमिकी के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। दूसरी प्राथमिकी जांच एजेंसी ने 15 फरवरी को चोकसी तथा उसकी तीन कंपनियों के खिलाफ दर्ज की थी। इस मामले में जांच 4,886 करोड़ रुपए के 143 एलओयू पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों द्वारा फर्जी तरीके से जारी किए जाने को लेकर की जा रही है। खंडेलवाल नक्षत्र समूह और गीतांजलि समूह के सीएफओ तथा शाही गीतांजलि समूह के मैनेजर हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मंगलवार को पंजाब नेशनल बैंक के एक कार्यकारी निदेशक तथा नौ अन्य अधिकारियों से 11,400 करोड़ रूपए मूल्य की गारंटी मोदी तथा चोकसी को जारी किए जाने के सिलसिले में पूछताछ की।

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