रिटेल सेक्टर में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी वॉलमार्ट ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फ्लिपकार्ट में 15%-20% हिस्सेदारी खरीदने की योजना बना रही है। हालाँकि इस संबंध में दोनों कंपनियों बीच बातचीत अभी शुरुआती दौर में है। इस सौदे से जुड़े लोगों ने बताया कि ये डील आगामी मार्च तक अंतिम दौर में पहुँच सकती है। इस सौदे के लिए वॉलमार्ट के सीईओ पिछले हफ्ते भारत में फ्लिपकार्ट ऑफिस आए थे। उनके साथ जूडिथ मैकेना भी आयी थी जो आगामी 1 फरवरी को वॉलमार्ट इंटरनेशनल की प्रेसिडेंट और सीईओ बन जाएंगी।

दोनों का मिला मॉडल बन सकता है :

इसके पहले अमेजन ने भी पिछले साल होल फूड्स के लगभग 400 स्टोर खरीदे थे। वहीँ पिछले हफ्ते वॉलमार्ट ने जापान की ई-कॉमर्स कंपनी राकुटेन से सौदा किया था। इस सौदे के होने से फ्लिप्कार्ट की आर्थिक वृद्धि होगी और सप्लाई चेन भी मजबूत बनेगी। इसके साथ ही खरीद और प्रोडक्ट क्लासीफिकेशन बढ़ाने की क्षमता भी कंपनी को मिलेगी। इसके पहले वॉलमार्ट ने जेटडॉटकॉम में लगभग 19 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था।

अमेजन से कम है कीमत :

ई-कामर्स कंपनी अमेजन की भारत में कीमत 32 हजार करोड़ रुपए है मगर फ्लिपकार्ट ने इससे आधी रकम लगाने का फैसला किया है। 2018-19 में देश के ई-कॉमर्स बाजार 2.10 लाख करोड़ का होने का अनुमान है। वाॅलमार्ट को इस इन्वेस्टमेंट के साथ भारत में तेजी से बढ़ती ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में अपने पैर जमाने में मदद मिलेगी। वह अमेजन को कड़ी चुनौती दे सकेगी। फ्लिपकार्ट इस वित्तीय वर्ष में लगभग 25,400 करोड़ रुपए से ज्यादा की फंडिंग जुटा चुकी है। कंपनी में 15,895 करोड़ रुपए सॉफ्टबैंक ने लगाए हैं तो वहीँ 8,900 करोड़ रुपए का टेंसेंट, माइक्रोसॉफ्ट और ईबे ने निवेश किया है। निश्चित तौर पर इस डील के होने से भारत में फ्लिपकार्ट को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

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