महिला विश्व कप के पिछले संस्करण में भारतीय टीम सातवें स्थान पर रही थी, लेकिन इस बार इतिहास ने अपने आप को दोहराया और साल 2005 की तरह भारतीय महिलाओं ने विश्व कप के फाइनल में कदम रख दिया है।

भारतीय टीम का पलड़ा भारी-

  • भारतीय महिला क्रिकेट टीम इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारी है
  • इस हिसाब से फाइनल में भारत का पलड़ा मेजबान टीम पर भारी लग रहा है।
  • बता दें कि रविवार को भारत का सामना मेजबान इंग्लैंड से लॉर्ड्स मैदान पर होगा।
  • भारतीय टीम में युवा जोश की आक्रामकता और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा तालमेल है जो टीम की बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में दिखाई देता है।
  • महिला स्पिनर फॉर्म में चल रहीं जो सीम और स्विंग कंडीशंस में भी बढ़िया प्रदर्शन कर रही हैं।
  • भारतीय खिलाड़ी मैदान पर अब बेहतर डाइव लगाने लगी हैं।
  • साथ ही रन आउट के आधे मौकों को पूरे मौकों में तब्दील करने लगी हैं।
  • भारत के शीर्ष क्रम की तीन बल्लेबाज इस विश्व कप में सेंचुरी लगा चुकी हैं।
  • बाएं हाथ की स्पिनर्स बखूबी विकेट चटका रही हैं।

टीम को हलके में लेना गलत-

  • वहीं मेजबान टीम को हल्के में भारत के लिए गलत साबित हो सकता है।
  • मिताली इस बात को भलीभांती जानती हैं कि इंग्लैंड अपने घर में मजबूत टीम है।
  • इंग्लैंड की नैट स्काइवर न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ शतक बनाए थे।
  • वह मैच को अपने पक्ष में करने का माद्दा रखती हैं।
  • वह अपनी टीम को 2009 में न्यूजीलैंड को हराकर विश्व कप ट्रॉफी दिला चुकी हैं।

साढ़े सात करोड़ लोगों उठाएंगे विश्व कप का लुफ्त-

  • साल 2005 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप का फाइनल में हारने वाली भारतीय टीम के लिए रविवार का दिन विशेष है।
  • भारतीय टीम इंग्लैंड के मुकाबले बेहतर फॉर्म में दिखाई दे रही है।
  • मैच की सभी टिकटें बिक चुकी हैं।
  • दुनिया भर में करीब पांच करोड़ से ज्यादा लोगों ने लीग मैचों का और कुल करीब साढ़े सात करोड़ लोगों ने इस विश्व कप में खेले गए सभी मैचों का लुत्फ उठाया है।
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