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UP Election 2017

बुलंदशहर: जानिए, क्या है सभी 7 विधानसभा सीटों की ‘ग्राउंड रियलिटी’!

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उत्तर प्रदेश में चुनाव 11 फ़रवरी से होने है. सात चरण में होने वाले चुनाव पश्चिमी यूपी से शुरू होंगे. पहले चरण के चुनाव में बुलंदशहर जिले के कुल साल विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार जोरों पर है. यहाँ सभी पार्टी के उम्मीदवार अपनी पूरी ताकत से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं.

बुलंदशहर की सभी 7 सीटों की जमीनी हक़ीक़त जानने के लिए हमारे संवाददाता सादिक खान uttarpradesh.org की टीम के साथ पहुंचे. यहाँ 7 विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में जनता की राय जानने की कोशिश की और ये पता लगाने की कोशिश की, वाकई किस दल के प्रत्याशी के साथ जनता है और किस दल को जनता अपना समर्थन दे सकती है. बुलंदशहर जनपद की सभी 7 सीटों के रुझान कुछ इस प्रकार हैं.

बुलंदशहर जिले की जमीनी हकीकत देखें अगले पेज पर:

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बुलंदशहर-सदर:

बुलंदशहर की सभी सीटों पर कुल मतदाता 2493000 हैं जिनमें 1332049 पुरूष मतदाता हैं और 1160358 महिला मतदाता हैं. वहीँ थर्ड जेंडर 149 मतदाता है. 2012 के विधानसभा चुनाव का मतदान प्रतिशत 60 रहा था. जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव का मतदान प्रतिशत 58.15 रहा था.

बुलंदशहर की सदर विधानसभा की इस सीट पर लंबी पारी खेलने के बाद 2007 और 2012 से बसपा के हाजी अलीम हैट्रिक लगाने के लिये तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं. 2012 के विधानसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी हाजी अलीम ने 76646 मत प्राप्त किये थे. इन्होंने भाजपा सरकार में राजस्व मंत्री रहे वीरेन्द्र सिंह सिरोही को 6947 वोटों से हराया था. वीरेन्द्र सिंह सिरोही को 69699 वोट मिले. यहां तीसरे नम्बर पर हाजी मुस्तफा रहे जो कि कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी थे. इनको 21284 वोट प्राप्त हुए.

लेकिन अबकी बार चुनाव में शहर का चुनाव त्रिकोणीय हो गया है. बसपा प्रत्याशी हाजी अलीम अपनी मजबूत दावेदारी पेश करते दिखाई दे रहे हैं. दूसरी ओर दो बार के विधायक गुड्डू पंडित जो अबकी बार रालोद से चुनाव मैदान में हैं, दोनों प्रत्याशी बाहुबली है और एक दूसरे को हराने के लिये कोई कसर नही छोड़ना चाहते हैं. बीजेपी से वीरेंद्र सिंह सिरोही भी मैदान में हैं. बाहुबलियों की लड़ाई में यहाँ मुकाबला कड़ा होता दिखाई दे रहा है. बीजेपी उम्मीदवार कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाकर मुकाबले को त्रिकोणीय और रोचक बनाने में जुटे हैं. सदर विधानसभा से 7 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.

कुल मतदाता – 381133

नये मतदाता – 44348

पुरूष मतदाता – 202917

महिला मतदाता – 178190

थर्ड जेंडर – 26

*( ग्राउंड रियलिटी विभिन्न क्षेत्रों के करीब 2000 लोगों से बातचीत पर आधारित)

सिकंदराबाद:

सिकंदराबाद विधानसभा की सीट पर भाजपा ने पूर्व विजयी महिला प्रत्याशी पर भरोसा जताते हुए मैदान में उतारा है. 2012 के विधानसभा में भाजपा की महिला प्रत्याशी विमला सोलंकी ने 45799 मत प्राप्त किये थे और बसपा के सलीम अख्तर को 123 वोटों से हराया था. बहुत करीबी रहे इस मुकाबले को देखते हुए इस सीट पर हार-जीत के बारे में कयास लगाना आसान नहीं है. सलीम अख्तर को 45676 मत प्राप्त हुए.तीसरे नम्बर पर सपा प्रत्याशी बदरूल इस्लाम रहे. इन्हें 43535 मत प्राप्त हुए.

इस बार सपा और बसपा दोनों ने ही प्रत्याशी बदले है, सपा ने लालू प्रसाद यादव के दामाद और एमएलसी जितेंद्र यादव के बेटे राहुल यादव को चुनावी मैदान में उतारा है तो दूसरी और बसपा ने युवा मो. इमरान को मैदान में उतारा है। रालोद ने यहाँ बसपा से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रही और सपा से वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष की पत्नी आशा यादव मैदान में है, यहाँ भी मुकाबला त्रिकोणीय बना गया है और 7 प्रत्याशियों में सिर्फ एक मुस्लिम प्रत्याशी है जो बसपा से है. वहीँ दूसरी और सपा के प्रत्याशी राहुल यादव भी कोई कसर नही छोड़ना चाहते हैं. इन्हें भी सपा के साथ-साथ कांग्रेस के परंपरागत वोट से भी उम्मीद हैं. ऐसे कयास लगाये जा रहे हैं कि इनके प्रचार के लिये लालू यादव भी आ सकते हैं. वहीँ बीजेपी प्रत्याशी जो वर्तमान विधायक हैं वो अपने द्वारा कराये गये विकास कार्यों के सहारे दूसरी बार विधायक बनने की उम्मीद लगाये बैठे हैं.

कुल मतदाता – 375107

नये मतदाता – 37924

पुरूष मतदाता – 199584

महिला मतदाता – 175499

थर्ड जेंडर – 24

*( ग्राउंड रियलिटी विभिन्न क्षेत्रों के करीब 2000 लोगों से बातचीत पर आधारित)

खुर्जा: 

खुर्जा विधानसभा से 8 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं और सपा से गठबंधन होने के बाद कांग्रेस ने पूर्व विजयी प्रत्याशी बंशी पहाड़िया को चुनावी मैदान में उतारा है, 2012 के विधानसभा में कांग्रेस के बंशी पहाड़िया ने 98913 मत प्राप्त किये थे और इन्होंने बसपा के होराम सिंह को 37304 मत से हराया था. होराम सिंह को 61609 मत प्राप्त हुए थे. तीसरे नम्बर पर भाजपा के सतीश बाल्मीकि रहे, जिनको 38181 मत प्राप्त हुए थे. दोनों ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों में बदलाव किया है और वही रालोद ने बसपा से बागी हुये प्रत्याशी मनोज गौतम को चुनावी मैदान में उतारा है.

इस विधानसभा पर अभी कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी क्योंकि सुरक्षित सीट होने के कारण चारो प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. यहां से बीजेपी के प्रत्याशी बिजेन्द्र खटीक नरेंद्र मोदी के नाम पर विकास कराने के लिये वोट मांग रहे है, जबकि वर्तमान विधायक को सपा के वोट बैंक के रूप में ही सहारा दिख रहा हैं क्योंकि गठबंधन से पूर्व क्षेत्र में इनका जनाधार कुछ खास अच्छा नहीं रह गया था. ऐसे में मतदाताओं को ही अंतिम फैसला करना है.

कुल मतदाता – 360536

नये मतदाता – 34793

पुरूष मतदाता – 192718

महिला मतदाता – 167798

थर्ड जेंडर – 20

*( ग्राउंड रियलिटी विभिन्न क्षेत्रों के करीब 2000 लोगों से बातचीत पर आधारित)

शिकारपुर:

शिकारपुर विधानसभा में 14 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. पूर्व विधायक सहित हरियाणा के कद्दावर नेता के रिश्तेदार चुनावी मैदान में हैं. 2012 के विधानसभा में सपा के टिकट से विधानसभा पहुँचे मुकेश शर्मा बीजेपी के पक्ष में वोट डालने के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिए गए थे, जिन्हें रालोद ने चुनावी मैदान में उतारा है. इन्होंने 64498 मत प्राप्त किये थे और इन्होंने बसपा के अनिल शर्मा को 8403 वोटों से हराया था. अनिल शर्मा को 56095 मत प्राप्त किये. तीसरे नम्बर पर किरन पाल सिंह रहे जो कि कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी थे. इनको 45312 मत प्राप्त हुए.

2017 विधानसभा में मुकेश शर्मा राष्ट्रीय लोकदल से प्रत्याशी हैं और अनिल शर्मा भाजपा से प्रत्याशी हैं. वहीँ बसपा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय के भाई मुकुल उपाध्याय इस बार चुनावी मैदान में हैं तो दूसरी ओर सपा-कांग्रेस गठबंधन में कांग्रेस के उदय करन दलाल इस बार चुनावी मैदान में हैं और वो हरियाणा की तर्ज पर विकास कराने की बात कर रहे हैं. यहाँ कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है.

कुल मतदाता – 310578

नये मतदाता – 16998

पुरूष मतदाता – 163753

महिला मतदाता – 146816

थर्ड जेंडर – 9

*( ग्राउंड रियलिटी विभिन्न क्षेत्रों के करीब 2000 लोगों से बातचीत पर आधारित)

डिबाई:

डिबाई विधानसभा सीट की यह सीट राजस्थान के राज्यपाल और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का गढ़ मानी जाती है. लेकिन 2007 में बसपा व 2012 में सपा से चुनाव लड़े श्री भगवान शर्मा उर्फ़ गुड्डू पंडित उन्हें मात दे चुके हैं. श्री भगवान शर्मा उर्फ़ गुड्डू पंडित को राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग के बाद पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है और वर्तमान में बुलंदशहर की सदर विधानसभा से रालोद से चुनाव मैदान में हैं.

2012 के विधानसभा में सपा के श्री भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित जीते इन्होंने 62969 मत प्राप्त किये थे और इन्होंने जनक्रांति पार्टी के राजीव सिंह उर्फ राजू भैया पुत्र पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को 3597 मतों से हराया था. राजवीर सिंह उर्फ राज भैया को 59372 मत प्राप्त हुए थे.तीसरे नम्बर पर बसपा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय के भाई विनोद उपाध्याय को 38160 प्राप्त हुए। यहाँ से इस बार 7 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. सभी प्रत्याशी इस विधानसभा में पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. बीजेपी से अनीता लोधी राजपूत एकमात्र महिला प्रत्याशी है. इस सीट पर रस्सा-कस्सी देखने को मिल रही है. मतदाता अभी खुलकर अपना रुख स्पष्ट नहीं कर रहे हैं.

कुल मतदाता – 333094

नये मतदाता – 36925

पुरूष मतदाता – 178180

महिला मतदाता – 154896

थर्ड जेंडर – 18

*( ग्राउंड रियलिटी विभिन्न क्षेत्रों के करीब 2000 लोगों से बातचीत पर आधारित)

अनूपशहर:

अनूपशहर छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध है. इस सीट पर लंबी पारी खेलने के बाद 2007 और 2012 से बसपा के चौधरी गजेन्द्र सिंह हैट्रिक लगाने के लिये तीसरी बार चुनाव मैदान में हैं. 2012 के विधानसभा चुनाव में बसपा के चौधरी गजेन्द्र सिंह जीते थे. इन्होंने 51761 मत प्राप्त किये थे और इन्होंने सपा प्रत्याशी हिमायत अली को 3501 मतों से हराया था. हिमायत अली को 48260 मत प्राप्त हुये थे. तीसरे नम्बर पर जनक्रांति पार्टी के प्रत्याशी होशियार सिंह रहे इन्हें 41296 मत प्राप्त हुए थे. अब यहां से होशियार सिंह बीजेपी से बागी होकर राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी हैं।

इस विधानसभा से 11 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं और मात्र एक मुस्लिम प्रत्याशी सपा से चुनाव मैदान में दूसरी बार मैदान में है. सपा-कांग्रेस से गठबंधन के चलते सपा प्रत्याशी हिमायत अली अपनी जीत मान रहे हैं और दूसरी ओर बसपा के वर्तमान विधायक चौधरी गजेन्द्र सिंह हैट्रिक लगाने का दंभ भरते नजर आ रहे हैं. वहीँ बीजेपी से बागी रालोद प्रत्याशी होशियार सिंह अपने को विजेता मान रहे है। यहाँ मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है. सबको अपनी जीत दिखाई दे रही है लेकिन जनता किसे विधानसभा में भेजती है ये देखना होगा.

कुल मतदाता – 360518

नये मतदाता – 32671

पुरूष मतदाता – 194945

महिला मतदाता – 165530

थर्ड जेंडर – 43

*( ग्राउंड रियलिटी विभिन्न क्षेत्रों के करीब 2000 लोगों से बातचीत पर आधारित)

स्याना:

स्याना विधानसभा सीट कांग्रेस पार्टी का गढ़ मानी जाती है लेकिन कांग्रेस के गढ़ में सियासत बदल चुकी है. यहा से कांग्रेस के वर्तमान विधायक दिलनवाज खां बसपा प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में हैं. 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिलनवाज खां जीते, इन्होंने 39496 मत प्राप्त किये थे और इन्होंने बसपा के देवेन्द्र भारद्वाज को 4500 वोटों से हराया था. देवेन्द्र भारद्वाज को 34996 मत प्राप्त हुये थे. तीसरे नम्बर पर जनक्रांति पार्टी के सुन्दर सिंह रहे इन्हें 27164 मत प्राप्त हुए थे.

यहां से दिलनवाज खां बसपा के प्रत्याशी हैं. इन्होंने अपने कार्यकाल में मांडू आश्रम पर पक्के घाट का करोड़ो रुपये का निर्माण कराया था लेकिन लोकार्पण के दौरान घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने का हवाला देकर कैबिनेट मंत्री आजम खां ने लोकार्पण करने से इनकार कर दिया था, जो अभी भी लोकार्पण की बाट जोह रहा है. इस विधानसभा से 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली पार्टी ने सपा से गठबंधन कर मो. आरिफ सईद को चुनावी मैदान में उतारा है. 13 प्रत्याशियों में यहाँ दो प्रत्याशी मुस्लिम हैं. बीजेपी से देवेंद्र लोधी चुनाव मैदान में है तो लोकदल से तीसरी बार ठाकुर सुनील सिंह चुनावी मैदान में हैं. यहाँ मुकाबला काफी करीबी हो सकता है.

कुल मतदाता – 371590

नये मतदाता – 28706

पुरूष मतदाता – 199952

महिला मतदाता – 171629

थर्ड जेंडर – 9

*( ग्राउंड रियलिटी विभिन्न क्षेत्रों के करीब 2000 लोगों से बातचीत पर आधारित)

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