सपा यूपी चुनाव के लिए नयी रणनीति पर काम कर रही है. इस रणनीति का मुख्य हिस्सा है ‘महागठबंधन’ को अंतिम रूप देना. इसके लिए सपा अब विभिन्न दलों से संपर्क कर रही है. सपा ने नीतीश कुमार और लालू यादव को पहले ही निमंत्रण भेज दिया है. लेकिन इस महागठबंधन का हिस्सा बनने के लिए कांग्रेस को भेजा गया निमंत्रण कांग्रेस के लिए असमंजस की स्थिति पैदा कर रहा है.
कांग्रेस के लिए सपा पर विश्वास करना हो रहा है मुश्किल:
कांग्रेस मुलायम सिंह यादव के भेजे गए निमंत्रण को लेकर पशोपेश में है. इसके लिए कांग्रेस के पास वाजिब कारण भी मौजूद हैं. लेकिन फिर भी इस ऑफर को ठुकराने या स्वीकार करने को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नही हो पा रही है.
- बिहार चुनाव के पूर्व भी एक महागठबंधन तैयार किया गया था.
- ये महागठबंधन बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को चुनौती देने के लिए तैयार किया गया था.
- बिहार चुनाव में महागठबंधन को सफलता मिली और सरकार का गठन भी इनके नेतृत्व में हुआ.
- लेकिन चुनाव से पूर्व मुलायम सिंह यादव ने इस महागठबंधन से खुद को अलग कर लिया.
- मुलायम के इस फैसले के बाद अब कांग्रेस किसी प्रकार की जल्दबाजी नही करना चाहती है.
- कांग्रेस के विधायकों के साथ राहुल गाँधी ने मीटिंग की.
- इस दौरान महागठबंधन में शामिल होने को लेकर भी चर्चा हुई.
- लेकिन आम सहमति नहीं बन पाना कांग्रेस के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है.
- कांग्रेस खुलकर अभी इस आमंत्रण पर कुछ भी कह पाने की स्थिति में नही है.
- कांग्रेस यादव परिवार के वर्तमान झगड़े पर भी नजरें जमाये हुए है.
- कांग्रेस इस झगड़े को सपा के लिए खतरा मान रही है.
- ऐसे में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी नहीं करना चाहती है पार्टी.
कांग्रेस अभी मुलायम सिंह यादव और सपा के इस ऑफर पर चुप है. यादव परिवार के झगड़े के कारण सपा की किरकिरी हो रही है. ऐसे में कांग्रेस अब फूंक-फूंक कर कदम रख रही है.
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Kamal Tiwari
Journalist @weuttarpradesh cover political happenings, administrative activities. Blogger, book reader, cricket Lover. Team work makes the dream work.