समाजवादी पार्टी के लिए आज का दिन बेहद खास है आज उसके शक्ति परीक्षण का दिन माना जा रहा है। रजत जयंती समारोह के बहाने मुलायम यूपी मे बिहार की तर्ज पर महागठबंधन की आधारशिला रखने की कोशिश कर रहे है। देश भर के सियासी दिग्गजों का जमावड़ा लखनऊ में लगा हुआ है। भाजपा समेत अन्य विपक्षी दल टकटकी लगाये बैठे हैं, अगर महागठबंधन पर बात बन सकी, तो यूपी की सियासत मे बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। इस आयोजन के बहाने शिवपाल यादव, अखिलेश समर्थकों को अपनी ताकत का एहसास भी कराएंगे।

  • लखऩऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क में सपा के 25 साल पूरे होने पर मंच सज रहा है।
  • यूपी म चुनावी साल है और मंच पर मुलायम के पुराने साथी एक साथ नजर आयेंगे।
  • हालांकि बिहार में महागठबंधन से हाथ पीछे खींचने पर मुलायम की अपने साथियों के साथ दूरियां बढ़ गयी थी।
  • साथियों के बीच उनकी साख में कमी हुई है लिहाजा इस बार कमान शिवपाल के हाथ में है।
  • अब सबकी निगाहे इस आयोजन पर टिकी है कि कौन कार्यक्रम में शिरकत करता है और कौन नहीं।
  • महागठबंधऩ के स्वरुप को लेकर अभी भी तस्वीर साफ नही हुई है।
  • रजत जयंती समारोह के आयोजक कह रहे है कि महागठबंधऩ पर फैसला नेता जी यानि मुलायम सिंह यादव ही लेगे।

आसान नहीं महागठबंधन की राहः

  • माना जा रहा है कि मुलायम के लिये महागठंबधन की राह आसान नही है।
  • अजित सिंह की लोकदल को छोड दे तो राजद, जदयू औऱ जनता दल सेक्युलर का यूपी में कोई जनाधार नही है।
  • कांग्रेस जरुर कुछ जमीन रखती है लेकिन वह किसी भी तरह के गठबंधन का सख्त विरोध कर रही है।
  • यहां तक कि कांग्रेस ने मुलायम की विश्वसनीयता पर ही सवाल खडा कर दिया है।
  • कांग्रेस का कहना है कि मुलायम बिहार मे महागठबंधन को धोखा दे चुके है।
  • लिहाजा उनके साथ मंच शेयर करने का कोई मतलब नही है।
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें