समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह में अगर कोई हीरो रहे तो वह अखिलेश यादव रहे। रजत जयंती समारोह के कर्ताधर्ता भले ही शिवपाल यादव हों, लेकिन पूरे समारोह में अखिलेश यादव छाए रहे। समारोह में अखिलेश यादव ने हर किसी की वाहवाही लूटी। एक तरह से पार्टी के 25 साल पूरे होने पर मुलायम ने पार्टी अखिलेश के हाथों में सौंप दी। मुलायम ने रथयात्रा के दौरान अखिलेश को चुनाव में जीत का आशीर्वाद दिया तो रजत जयंती समारोह में सभी नेताओं ने उन्हें एसपी का चेहरा स्वीकार कर लिया है।

  • समारोह में शामिल होने आए एसपी कार्यकर्ताओं और छोटे नेताओं से लेकर मंच पर बैठे बड़े नेताओं तक ने सबसे ज्यादा तवज्जो अखिलेश को दी।
  • पूर्व पीएम देवगौड़ा समेत सभी बड़े नेताओं ने अखिलेश का हाथ थामा।
  • समारोह में जब भी मंच से अखिलेश का नाम लिया जाता, भीड़ नारे लगाने लगती।
  • परिवार और पार्टी में हुए झगड़े पर अखिलेश ने जो रणनीति अपनाई वह पूरी तरह से सफल रही।
  • समाजवादी पार्टी के 25 साल मुलायम के काम और नाम पर रहे हैं।
  • अब आगे का सफर अखिलेश के नाम और काम पर रहना है।
  • अखिलेश ने समारोह में कहा भी कि पार्टी ने बहुत लंबा सफर तय किया है।
  • अब इसे और आगे ले जाने की जम्मेदारी हमारी है।

अखिलेश ही हैं सपा का भविष्यः

  • फिलहाल तमाम मतभेदों के बीत मुलायम ने बड़ी ही सहजता से अखिलेश को पार्टी के चेहरे के तौर पर स्थापित कर दिया।
  • रजत जयंती समारोह एक तरह से पार्टी को अखिलेश के हाथों में सौंपने का समारोह जैसा बन गया था।
  • इसके साक्षी बने लालू यादव, शरद यादव, एचडी देवगौड़ा, अजित सिंह और कई बड़े नेता।
  • हर बार की तरह इस बार भी मुलायम अखिलेश के नाम पर खामोश रहें।
  • लेकिन लालू समेत दूसरे नेताओं ने मुलायम की मौजूदगी में अखिलेश को सीएम को चेहरा घोषित कर दिया।
  • इसके बात अब तो किसी को अखिलेश के सपा के राष्ट्रीय चेहरा बन जाने पर कोई संदेह नहीं बचा है।
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