समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह पहले ही संगठन में व्यापक बदलाव कर चुके हैं और बदलाव का यह दौर फिलहाल जारी है। इस फेरबदल में शिवपाल भारी पड़ते हुए दिखाई दे रहें हैं। शिवपाल अपनी पसंद के लोगों को तरजीह दे रहें हैं और सीएम अखिलेश यादव के करीबियों को एक-एक करके बाहर का रास्ता दिखा रहें हैं। यह अलग बात है कि अपने हर फैसले के पीछे वह मुलायम सिंह की सहमति जरूर बता रहें हैं।

  • गुरूवार को उन्होंने सपा कार्यालय का दायित्व पुराने सपाई रहे वीरेंद्र सिंह यादव को सौंप दिया।
  • वीरेन्द्र सिंह लंबे समय तक मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक सलाहकार रहे हैं।
  • मुलायम के मुख्यमंत्री रहते समय वह विशेष कार्याधिकारी की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
  • इसके साथ ही शिवपाल ने अपने करीबी सुल्तानपुर की सुरभि शुक्ला को प्रदेश सचिव बनाया है।
  • सुरभि शुक्ला को पहले आवास विकास का उपाध्यक्ष बनाया गया था और अब उन्हें सचिव बनाया गया है।
  • वहीं, समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सुरेन्द्र मोहन अग्रवाल को सौंपी दी गई है।
  • अग्रवाल उत्तर प्रदेश राज्य वाणिज्य कर सलाहकार समिति के अध्यक्ष के साथ-साथ उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के भी अध्यक्ष हैं।

शिवपाल यादव ने घोषित की अपनी 81 सदस्यीय प्रदेश टीम!

एक-एक कर बाहर हुए अखिलेश के करीबीः

  • इससे पहले सपा कार्यालय का प्रभार एमएलसी एसआरएस यादव संभाल रहें थें। लेकिन इस विवाद में वे भी किनारे हो गये।
  • एसआरएस यादव पिछले दिनों अखिलेश यादव के करीब आ गये हैं, वह जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट के उपाध्यक्ष भी हैं।
  • इससे पहले अखिलेश के करीबी एमएलसी सुनील सिंह साजन और आनंद भदौरिया को बाहर का रास्ता दिखाया गया।
  • उसके बाद अखि‍लेश के सबसे करीबी माने जाने वाले कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप को महामंत्री से हटाकर सदस्य बनाया गया।
  • इस सबके बाद आमतौर पर शांत रहने वाले अखिलेश एंग्री यंग मैन की भूमिका में दिखाई दे रहें हैं।

सियासी महासंग्रामः अखिलेश ने दी पिता मुलायम सिंह को खुली चुनौती!

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें