गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर बसा इलाहाबाद राजनीति और धर्म की दृष्टि से हमेशा ही प्रासंगिक रहा है. यह भूमि महाकुम्भ और चंद्रशेखर आज़ाद की बलिदान भूमि के रूप में भी जानी जाती है. इलाहाबाद जिला उतरप्रदेश के 75 जिलों में से एक है. यह इलाहाबाद मंडल का हिस्सा है. आज़ादी से पहले यह ‘यूनाइटेड प्रोविएंस’ का हिस्सा हुआ करता था. 5,482 वर्ग किलोमीटर में फैले इस में जिले 20 ब्लॉक और आठ तहसीलों है.

इलाहाबद की आठ तहसीलें- इलाहाबाद, हंडिया, फूलपुर, सोराओं, करछना, मेजा, कोरओं, बारा

2011 की जनगणना के अनुसार इलाहाबाद की आबादी 5,954,391 है जिनमे पुरुषों की आबादी 2,822,584 और महिलाओं की आबादी 3,131,807 है. यहाँ प्रति 1000 पुरुषों पर 901 महिलायें है. पूरी आबादी का 14.87% हिस्सा 6 साल से कम उम्र का है. इलाहबाद की जनसंख्या 2001 से 2011 तक  20.63% बढ़ी. 1991 से 2001 के बीच यह बढ़ोतरी 26.61% थी. इलाहाबाद घनी आबादी वाला इलाका है,यहाँ प्रति वर्ग किलोमीटर 1,086 लोग रहते है. पूरी आबादी का 24.74% हिस्सा शहरों और 75.26% हिस्सा गाँवों में रहता है. जिले में आईआईटी समेत कई शिक्षण संस्थान है. यहाँ की साक्षरता दर 72.32% है. पुरुषों की साक्षरता दर 82.55% और महिलाओं की साक्षरता दर 60.97% है.राष्ट्रीय राजमार्ग 2 शहर के बीच से होकर गुजरता है. इलाहाबाद हिन्दू बहुल क्षेत्र है, यहाँ की 85.36% आबादी हिन्दू और 13.38% आबादी मुस्लिम है.

इलाहाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उतरप्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में इलाहाबाद 52वें नंबर की सीट है. इलाहाबाद लोकसभा सीट में उत्तर प्रदेश विधानसभा की पांच सीटें आती है-

मेजा, करछना, इलाहाबाद दक्षिण, बारा, कोराओ

यहाँ से भारतीय जनता पार्टी के श्याम चरण गुप्ता सांसद है.

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इनमे बार और कोराओ की सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.यह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 1952 में अस्तित्त्व में आया. अस्तित्त्व में आने के बाद से ही यह सीट सामन्य श्रेणी की रही है. चुनाव आयोग के 2009 के आंकड़ों के अनुसार इलाहाबाद में 1,267,492 मतदाता है जिनमें 572,169 महिला और 695,323 पुरुष मतदाता है. 1957 और 1962 में यहाँ से लालबहादुर शास्त्री दो बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की टिकट पर निर्वाचित हुए. 1967 और 1971 के दोनों आमचुनाव भी कांग्रेस पार्टी ने जीते. 1977 में कांग्रेस पांचवीं जीत की उम्मीद लगाये बैठी थी, कांग्रेस की उम्मीदों पर भरिय लोकदल के ज्ञानेश्वर मिश्र ने दर्ज करके पानी फेर दिया. 1977 में अपनी जीत से चुके विश्वनाथ प्रताप सिंह 1980 में जीतकर निर्वाचित हुए.  1981 में उपचुनाव हुए, इन चुनावों भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस(आई) के के.पी. तिवारी ने जीत दर्ज की. 1984 में इस सीट से कांग्रेस की टिकट पर जीतकर अमिताभ बच्चन लोकसभा पहुंचे. 1988 में वी.पी. सिंह ने निर्दलीय जीत दर्ज. 1989 और 1991 में जनता दल ने इस सीट पर कब्ज़ा किया. 1996 , 1998 और 1999 में भाजपा के मुरली मनोहर जोशी ने इस सीट पर लगातार तीन बार जीत दर्ज की. 2004 और 2009 के आमचुनावों में समाजवादी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी को लगातार दो बार हराया. वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी के श्याम चरण गुप्ता सांसद है. दूसरी बार निर्वाचित हुए श्याम चरण गुप्ता वर्तमान लोकसभा में वित्त सम्बन्धी मामलों की स्थाई समिति के सदस्य है. मौजूदा सदन में इनकी उपस्थिति 93% है. जहाँ एक और चर्चाओं में हिस्सा लेने का राष्ट्रीय औसत 57.9 और राज्य का औसत 94.4 है वहीँ स्थानीय सांसद महोदय ने मात्र 25 चर्चाओं में भाग लिया है.

लोकसभा वर्ष पार्टी नाम
पहली 1952 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस श्रीप्रकाश
दूसरी 1957 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस लालबहादुर शास्त्री
तीसरी 1962 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस लालबहादुर शास्त्री
चौथी 1967 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हरिकृष्ण शास्त्री
पांचवीं 1971 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हेमवती नंदन बहुगुणा
उपचुनाव 1973 भारतीय क्रांतिदल ज्ञानेश्वर मिश्र
छठीं 1977 भारतीय लोकदल ज्ञानेश्वर मिश्र
सातवीं 1980 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई) विश्वनाथ प्रताप सिंह
उपचुनाव 1980 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस(आई) कृष्णा प्रकाश तिवारी
आठवीं 1984 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अमिताभ बच्चन
उपचुनाव 1988 निर्दलीय विश्वनाथ प्रताप सिंह
नौवीं 1989 जनता दल ज्ञानेश्वर मिश्र
दसवीं 1991 जनता दल सरोज दुबे
ग्यारहवीं 1996 भारतीय जनता पार्टी मुरली मनोहर जोशी
बारहवीं 1998 भारतीय जनता पार्टी मुरली मनोहर जोशी
तेरहवीं 1999 भारतीय जनता पार्टी मुरली मनोहर जोशी
चौदहवीं 2004 समाजवादी पार्टी रेवती रमण सिंह
पंद्रहवीं 2009 समाजवादी पार्टी रेवती रमण सिंह
सोलहवीं 2014 भारतीय जनता पार्टी  श्याम चरण गुप्ता
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