बरेली डिवीजन की राजधानी और रोहिलखंड का भौगोलिक क्षेत्र बरेली लोकसभा क्षेत्र रामगंगा नदी पर बसा है. यह शहर लखनऊ और दिल्ली के लगभग मध्य में पड़ता है. यह उत्तर प्रदेश का आठवां और भारत का 50वां सबसे बड़ा शहर है. यह शहर प्रधान मंत्री की महत्वकांक्षी योगना 100 स्मार्ट शहरों में से एक है. बरेली जिले में 7 भगवान् शिव के मंदिर हैं, इसलिए इस जिले को नाथ नगरी भी कहा जाता है. इन प्राचीन मंदिरों के नाम हैं- धोपेश्वर नाथ, मधि नाथ, अलख नाथ, तपेश्वर नाथ, बनखंडी नाथ, पशुपति नाथ और त्रिवती नाथ.

यहाँ कई प्रसिद्ध मुस्लिम समाधियाँ हैं, जैसे; अला हज़रत, शाह शराफत मियां और खानकाहे नियाजिया. अपनी ज़री की कढ़ाई के लिए प्रसिद्ध बरेली ज़री नगरी भी कहलाती है. यहाँ संकाश्य भी है जहाँ गौतम बुद्ध तुशिता से धरती पर उतरे थे. यहाँ फर्नीचर का विनिर्माण और कपास, अनाज और शक्कर का व्यापार होता है. बरेली को बांस बरेली भी कहते हैं, इसलिए नहीं की यहाँ पर बहुत बांस पैदा होता है, बल्कि इस नगर की स्थापना करने वाले राजा जगत सिंह कठेरिया के 2 पुत्रों- बन्सलदेव और बरालदेव, के नाम पर इसका नाम पड़ा.

महाकाव्य महाभारत के अनुसार बरेली, जो की उस समय पांचाल कहलाता था, रानी द्रौपदी का जन्म स्थल था. पांचाल प्रदेश में पैदा होने की वजह से ही द्रौपदी को श्री कृष्णा पांचाली कह के बुलाते थे. लोक-साहित्य की माने तो गौतम बुद्ध यहाँ के प्राचीन किले के शहर अहिच्चात्र में एक बार आये थे. कहते हैं जैन तीर्थंकर पार्श्वा ने अहिच्चात्र में मोक्ष प्राप्त किया था.

आज़ादी की लड़ाई में भी इस शहर की काफ़ी बड़ी हिस्सेदारी रही. बरेली में सविनय अवज्ञा आन्दोलन की शुरुआत 26 जनवरी 1930 में हुई. बरेली की सेंट्रल जेल में कई बड़े क्रन्तिकारी नेता, जैसे; जवारलाल नेहरु, रफ़ी अहमद किदवई, महावीर त्यागी, मंज़र अली सोखता, और मौलाना हाफिज़उल रहमान बंद हुए.

बरेली 4,120 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. इस जिले की जनसँख्या 4,465,344 है, जिसमें से 53% पुरुष और 47% महिलाएं हैं. यहाँ मतदाताओं की संख्या 1,401,423 है. इसमें से  762,856 पुरुष और 638,567 महिलाएं हैं. यहाँ की साक्षरता दर 58.49% है.

संतोष गंगवार यहाँ के सांसद बने और ये ही अभी बरेली का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]संतोष गंगवार यहाँ के सांसद बने और ये ही अभी बरेली का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.[/penci_blockquote]

बरेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत 5 विधान सभा क्षेत्र आते हैं;

बरेली.

बरेली छावनी

भोजीपुरा

मीरगंज

नवाबगंज

1952 में बरेली में पहली बार लोकसभा चुनाव हुए जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सतीश चन्द्र बरेली की सीट पर जीत हासिल कर के यहाँ के पहले सांसद बने. अगले चुनाव में भी सतीश चन्द्र दोबारा विजयी हुए.

[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”जानिए, लोकसभा सीट का इतिहास” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”recent_posts” orderby=”random”]

परन्तु इसके अगले चुनाव में न चन्द्र के भाग्य ने उनका साथ दिया और न ही बरेली की जनता ने. इस बार भारतीय जन संघ के ब्रिज राज सिंह विजयी हुए और यहाँ की सांसद की कुर्सी पर बैठे. सिंह के बाद बरेली के सांसद बने भारतीय जन संघ के ही ब्रिज भूषण लाल.

1971 में सतीश चन्द्र ने बरेली में अपनी जीत का डंका बजाया. और 1977 तक बरेली का प्रतिनिधित्व किया.

1977 के आम चुनाव में भारतीय लोक दल के नेता राम मूर्ति ने जीत हासिल की.

इंदिरा गाँधी की पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने बरेली में वापसी की और बेगम आबिदा अहमद बरेली की सांसद के पद पर बैठीं. बेगम आबिदा अगले लोक सभा चुनाव में भी कांग्रेस के टिकट पर ही बरेली से जीती.

1989 में बरेली में हुआ भारतीय जनता पार्टी का आगमन. इस बार के चुनाव में भाजपा नेता संतोष गंगवार भरी मतों से विजयी हुए और यहाँ के सांसद बने. गंगवार इस सीट से 1 बार नहीं, 2 बार नहीं, पूरे 6 बार विजयी हुए. और लगातार 20 सालों तक यहाँ के सांसद रहे.

2009 में कांग्रेस नेता प्रवीण सिंह अरों बरेली की सीट से जीते. इनके बाद फिर संतोष गंगवार ही यहाँ के सांसद बने और ये ही अभी बरेली का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. गंगवार श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री का स्वतंत्र भार भी संभल रहे हैं. संतोष गंगवार राज्य के वित्त और कपड़ा मंत्री भी रह चुके हैं.

[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”जानिए, लोकसभा सीट का इतिहास” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”6″ style=”list” align=”none” displayby=”recent_posts” orderby=”random”]

लोकसभा वर्ष से वर्ष तक नाम पार्टी
पहली 1952 1957 सतीश  चन्द्र भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस
दूसरी 1957 1962 सतीश  चन्द्र भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस
तीसरी 1962 1967 ब्रिज राज सिंह भारतीय जन संघ
चौथी 1967 1971 ब्रिज भूषण लाल भारतीय जन संघ
पांचवी 1971 1977 सतीश  चन्द्र भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस
छठवीं 1977 1980 राम मूर्ति भारतीय लोक दल
सातवीं 1980 1984 बेगम आबिदा अहमद भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस (इंदिरा)
आठवीं 1984 1989 बेगम आबिदा अहमद भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस
नौवीं 1989 1991 संतोष गंगवार भारतीय जनता पार्टी
दसवीं 1991 1996 संतोष गंगवार भारतीय जनता पार्टी
ग्यारहवीं 1996 1998 संतोष गंगवार भारतीय जनता पार्टी
बारहवीं 1998 1999 संतोष गंगवार भारतीय जनता पार्टी
तेरहवीं 1999 2004 संतोष गंगवार भारतीय जनता पार्टी
चौदहवीं 2004 2009 संतोष गंगवार भारतीय जनता पार्टी
पंद्रहवीं 2009 2014 प्रवीण सिंह अरों भारतीय राष्ट्रीय  कांग्रेस
सोलहवीं 2014 अब तक संतोष गंगवार भारतीय जनता पार्टी
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें